कर्मचारियों को आत्महत्या करने पर मजबूर कर रही सरकार: ध्रुव
सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन कर्मचारी का हक है। वह उसके लिए संतान से भी बढ़कर है
देवरिया: सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन कर्मचारी का हक है। वह उसके लिए संतान से भी बढ़कर है। औलाद साथ छोड़ सकती है, लेकिन पेंशन जीवन पर्यंत उसका साथ निभाती है। सरकार तानाशाही रवैए से कर्मचारियों को आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही है। मांगे नहीं माने जाने पर सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उक्त बातें गुरुवार को शिक्षक विधायक ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने क्षेत्र के बरांव स्थित हनुमान विद्या मंदिर इंटर कालेज में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नई पेंशन योजना कहीं से भी कर्मचारी हित में नहीं है। इसके बावजूद भी सरकार किसी एक का नाम बता दें जिसे नई पेंशन योजना का लाभ मिल रहा हो। तानाशाही रवैया अपना कर मौलिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। सभी वर्ग के कर्मचारी आंदोलित हैं। आंदोलन हर दिन विस्तार लेता जा रहा है। यदि सही दिशा में निर्णायक कदम नही उठाया गया तो कर्मचारी हितों की रक्षा के लिए आर-पार की लड़ाई होगी। स्ववित्तपोषित शिक्षकों के लिए श्री त्रिपाठी ने कहा कि विद्यालय संचालक ने सरकारी सहायता नहीं लेने का हलफनामा दिया है। स्ववित्तपोषित व्यवस्था में कार्यरत शिक्षक ने बिना पैसे के काम करने का कोई करार नहीं किया है।