शौर्य व पराक्रम में हमेशा आगे रहे गोंड जाति के लोग : अनुसुइया उइके
भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में सोमवार को टाउन हाल परिसर में वीरांगना महारानी दुर्गावती का बलिदान दिवस शौर्य दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया।
देवरिया : भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा उत्तर प्रदेश के तत्वावधान में सोमवार को टाउन हाल परिसर में वीरांगना महारानी दुर्गावती का बलिदान दिवस शौर्य दिवस के रूप में धूमधाम से मनाया गया। इसके पूर्व टाउनहाल से शोभायात्रा निकाली गई, जिसे मुख्य अतिथि अनुसूचित जाति एवं जनजाति की उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके ने झंडी दिखाकर रवाना किया। शोभायात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए टाउनहाल पहुंच कर समाप्त हो गई।
संबोधित करते हुए उपाध्यक्ष अनुसुइया उइके ने कहा कि गोंड जातियों का पुराना इतिहास रहा है। यही भारत की आदिम जातियां हैं। इनके शौर्य और पराक्रम की गाथाओं से इतिहास का पन्ना भरा पड़ा है। ब्रिटिश हुकूमत के समय कई गोंड क्रांतिकारियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्वांचल में गोंड जातियों के साथ भेदभाव रखना अच्छी बात नहीं है। आयोग इनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए तत्पर है। जिलाध्यक्ष मुंशी प्रसाद गोंड ने कहा कि गोंड जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। तहसील के अधिकारियों द्वारा प्रमाण पत्र बनाने में हीलाहवाली की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष रामधनी गोंड ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। अध्यक्षता संरक्षक रामविलास आर्य गोंड तथा संचालन सचिव प्रेमकुमार गोंड ने किया। इस दौरान जयनंद प्रसाद गोंड, गिरधारी गोंड, बैजनाथ गोंड, हृदयानंद गोंड, डा.कलावती गोंड, कृष्ण कुमार गोंड, पप्पू गोंड, राधेश्याम गोंड, विशाल गोंड, गोविद शाह, शिव गोंड, विजय प्रताप गोंड आदि मौजूद रहे।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप