गो माता के प्रत्येक अंग में निवास करते हैं देवी-देवता
गोपाष्टमी पर्व पर नगर पंचायत गौरीबाजार के कान्हा गोशाला में गुरुवार को प्रदेश के पशुधन राज्यमंत्री जयप्रकाश निषाद ने गो पूजा की। गोशाला की व्यवस्था से प्रभावित जयप्रकाश निषाद ने कहा कि इस गौशाला को विस्तृत आयाम देकर हाईटेक किया जाएगा।
देवरिया: गोपाष्टमी पर्व पर नगर पंचायत गौरीबाजार के कान्हा गोशाला में गुरुवार को प्रदेश के पशुधन राज्यमंत्री जयप्रकाश निषाद ने गो पूजा की। गोशाला की व्यवस्था से प्रभावित जयप्रकाश निषाद ने कहा कि इस गौशाला को विस्तृत आयाम देकर हाईटेक किया जाएगा। गो सेवा सबसे बड़ा पुनीत कार्य है। गो माता के शरीर के प्रत्येक अंग में देवी देवताओं का वास है।
कहा कि गो पालन के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार तमाम योजनाएं चला रहीं। किसान बंधु इन योजनाओं को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति के साथ गोमूत्र तथा गोबर से अपने खेतों की उर्वरा शक्ति को बढ़ा सकते हैं। जिससे रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम होने से पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सफलता मिलेगी। सीडीओ रविद्र कुमार ने कहा कि जहां गो सेवा होती है, वहां का वास्तु दोष समाप्त हो जाता है। गो पालन के लिए सरकार बढ़ावा दे रही है। आगे बढ़ कर गो पालन करने की आवश्यकता है। गो पालन कर अच्छा लाभ कमा सकते हैं और आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं। इस दौरान नपं अध्यक्ष निलेश कुमार जायसवाल, अधिशासी अधिकारी अमिताभ मणि, पूर्व अध्यक्ष विजय सैनी, सभासद प्रदीप यादव, मुमताज अहमद, छोटेलाल तथा समीर समेत तमाम लोग मौजूद रहे। बच्चों की मनोहारी प्रस्तुतियों ने मोहा मन
ग्राम महेन स्थित स्व.शिवाजी मल्ल एकेडमी का गुरुवार को स्थापना दिवस मनाया गया। इस दौरान बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मनमोह लिया। कार्यक्रम में सान्वी, रिद्धिमा, श्रेया व आराध्या ने मनोहारी नृत्य प्रस्तुत की। गुड़िया, अंशिका, पूजा, आयुष, अतुल, अंकित के गीत को भी सराहना मिली। मुख्य अतिथि लालबहादुर शास्त्री गन्ना संस्थान के उपाध्यक्ष नीरज शाही ने मां सरस्वती व विद्यालय के संस्थापक स्व. शिवाजी मल्ल के चित्र पर माल्यार्पण किया। नीरज शाही ने कहा कि शिक्षा के उन्नयन के लिए सरकार सतत प्रयास कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में आनलाइन शिक्षा में छात्रों को आ रही समस्या का समाधान प्राथमिकता में शामिल है। जिसके लिए जल्द लैपटाप का वितरण किया जाएगा। इस दौरान पूर्व प्रधानाचार्य गौरीशंकर दुबे, बलवंत यादव, शिव कुमार मल्ल, नीलम श्रीवास्तव, राकेश श्रीवास्तव, आशुतोष मल्ल, वेद यादव आदि मौजूद रहे।