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दलहन की फसल पर भी बारिश का कहर

देवरिया में मूंगफली व तिल की फसल भी बर्बादी के कगार पर।

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 11:45 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 11:45 PM (IST)
दलहन की फसल पर भी बारिश का कहर
दलहन की फसल पर भी बारिश का कहर

देवरिया : तीन दिन से हो रही बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया हैं। खरीफ फसल की नुकसान की भरपाई के लिए किसान तोरिया की खेती की तैयारी में थे। धान की बची फसल भी नष्ट हो रही है।

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उम्मीद के विपरीत भारी बारिश ने अरहर, मूंगफली तथा तिल की फसल को चौपट कर दिया है। लो लैंड में की गई धान की खेती तो पूरी तरह नष्ट हो गई। गौरीबाजार इलाके के दक्षिणी व पश्चिमी क्षेत्र मठिया माफी, इन्दूपुर, लबकनी, बेलकुंडा, लेड़हा,अकटहिया मटियरी कालावन,खरैटिया रैश्री समेत आदि गांवों में अरहर, मूंगफली व तिल की खेती चौपट हो गई है।

अरहर की फसल चौपट

गौरीबाजार क्षेत्र में 325 हेक्टेयर में दलहनी फसल ( अरहर, मूंग, उड़द तथा मटर) होती है। जिसमें लगभग सौ हेक्टेयर में बोई गई अरहर की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है।

खरीफ की तिलहन भी बर्बाद:

क्षेत्र में 225 हेक्टेयर में तिलहन की खेती की जाती हैं। खरीफ में बोयी जाने वाली लगभग 80 हेक्टेयर तिलहन फसल में मूंगफली व तिल की भी फसल बर्बाद हो गयी है। धान, गन्ना अरहर, मुंगफली तथा तिल की फसल चौपट के बाद तोरिया, राई तो गया लेकिन आलू व गेहूं की समय से बोआई पर संकट ख्रड़ा हो गया है। मदैना निवासी उद्भव नारायण सिंह, जोगम के राकेश सिंह, रैश्री के भोला उपाध्याय, लबकनी के पवन सिंह, ओमप्रकाश यादव तथा यादवेन्द्र प्रताप सिंह मुन्ना ने किसानों के लिए आर्थिक पैकेज की मांग की है।


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