हड़ताल से बैंकों में सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित
दस बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने के विरोध में भारतीय स्टेट बैंक को छोड़कर अन्य बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिसके चलते अधिकांश बैंकों लेन-देन ठप रहा।
देवरिया: दस बैंकों का विलय कर चार बड़े बैंक बनाने के विरोध में भारतीय स्टेट बैंक को छोड़कर अन्य बैंकों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। जिसके चलते अधिकांश बैंकों लेन-देन ठप रहा। एसबीआई के साथ पूर्वांचल बैंक की शाखाएं भी खुली रहीं। लेन-देन न होने से ग्राहक एक एटीएम से दूसरे एटीएम की दौड़ लगाते रहे। हड़ताल से करीब सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है।
उत्तर प्रदेश बैंक इंप्लाइज यूनियन के बैनर तले एआइबीईए एवं बेफी के आह्वान पर बैंक कर्मियों ने स्टेशन रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक की मुख्य शाखा के सामने धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर बैंक कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष धनंजय जायसवाल, सुजीत चतुर्वेदी, राजश्री, सौरभ कुमार श्रीवास्तव, गिरीश श्रीवास्तव, मनोज यादव राहुल राज आदि कर्मचारी मौजूद रहे।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार कह रही है कि बैंक के विलय से वित्तीय संस्थान मजबूत होंगे। पूर्व में हुए बैंकों के विलय नजीर है। बैंक विलय के निर्णय धरातल नहीं उतर सकें हैं। दस बड़े बैंकों के विलय से बड़ी संख्या में शाखाएं बंद होंगी। कर्मचारियों के मनमाना स्थानांतरण किए जाएंगे। बैंक प्रबंधन सुविधा के नाम पर ग्राहकों से चार्ज वसूल रहे हैं कितु उन्हें सुविधा नहीं दी जा रही है। सरकार पूंजीपतियों को बचाने के उद्देश्य से बैंकों का विलय कर रही है। यदि सरकार ने मांगे नहीं मानी तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। हड़ताल से अधिकांश बैंकों में तालाबंदी की स्थिति रही। कामकाज न होने से करीब 45 से 50 करोड़ का चेक क्लीयरेंस पर असर पड़ा। इसके अलावा करीब 50 से 60 करोड़ का कैश लेन-देन सहित करीब सौ करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित रहा।