इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर महज दिखावा
जनपद में इंसेफ्लाइटिस की रोकथाम के लिए शासन के निर्देश पर इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटरों को सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में खोला गया है।
देवरिया: जनपद में इंसेफ्लाइटिस की रोकथाम के लिए शासन के निर्देश पर इंसेफ्लाइटिस ट्रीटमेंट सेंटरों को सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में खोला गया है। इंसेफ्लाइटिस के मरीज के प्राथमिक उपचार व इलाज की पूरा इंतजाम किया है, लेकिन इन दिनों इन ट्रीटमेंट सेंटरों में घोर लापरवाही हो रही है। ये ईटीसी दिखावा बन कर रह गए हैं। यहां न तो डाक्टर ड्यूटी कर रहे हैं और न ही स्टाफ नर्स। सीएमओ का निर्देश है कि तेज बुखार, झटका आदि लक्षण दिखने पर उसकी जांच करें और उस मरीज को भर्ती कर उसका इलाज करें। हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर करें, लेकिन इन ईटीसी केंद्रों में मरीजों को भर्ती करने की बजाए डाक्टर सीधे जिला अस्पताल भेज दे रहे हैं। यही कारण हैं ये ईटीसी खाली हैं और जिला अस्पताल में एक बेड पर चार-चार बच्चों को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। जनपद के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इंसेफ्लाइटिस के मरीजों के इलाज के लिए कुल 17 ईटीसी केंद्र बने हैं, जिसमें डाक्टर व स्टाफ नर्स के अलावा इंसेफ्लाइटिस से संबंधित दवाएं, सक्सन मशीन, नेबुलाइजर, आक्सीजन आदि उपकरण मौजूद है। चालीस फीसद ट्रीटमेंट सेंटरों का हर रोज ताला ही नहीं खुल रहा है। ऐसे में जो मरीज आ रहे हैं उन्हें सीधे जिला अस्पताल का रास्ता दिखा दिया जा रहा है। सीएमओ डा. धीरेंद्र कुमार का कहना है जहां भी लापरवाही मिलेगी वहां के डाक्टर व तैनात कर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी।