विसर्जन की तैयारी अधूरी, दुर्गा पूजा समितियां तैयार
जनपद में प्रतिमा विसर्जन हेतु पोखरे के निर्माण व पानी भरने का कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। जबकि मात्र छह दिन बाद दशहरा है। ऐसे में एक बार फिर नदियों में ही प्रतिमा विसर्जन होने के हालात पैदा हो रहे हैं। जबकि सरकार व एनजीटी ने नदियों में प्रतिमा विसर्जन प्रतिबंध लगा रखा है
देवरिया : जनपद में प्रतिमा विसर्जन हेतु पोखरे के निर्माण व पानी भरने का कार्य अब तक शुरू नहीं हो सका है। जबकि मात्र छह दिन बाद दशहरा है। ऐसे में एक बार फिर नदियों में ही प्रतिमा विसर्जन होने के हालात पैदा हो रहे हैं। जबकि सरकार व एनजीटी ने नदियों में प्रतिमा विसर्जन प्रतिबंध लगा रखा है।
जनपद में नगर क्षेत्र से लेकर ग्राम पंचायतों तक लगभग साढ़े नौ सौ पोखरे हैं। इसमें से कुछ तो पुराने पोखरे हैं। जबकि अधिकांश पोखरों का निर्माण मनरेगा के तहत हुआ है। मनरेगा से बने लगभग 90 फीसद पोखरों की स्थिति बेहद खराब है। या तो पोखरों में पानी नहीं है, है भी तो तलहटी में। पोखरों पर पहुंचने के लिए सड़कें भी नहीं है। ऐसे में पोखरों में प्रतिमा विसर्जन के प्रशासन के दावे पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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दुर्गा पूजा समितियां पोखरे में विसर्जन को तैयार
दुर्गा पूजा समितियां एनजहटी की बातों से इत्तेफाक रखती हैं। उनका कहना है कि वह नदियों व नालों के बजाय तालाबों में प्रतिमा विसर्जन को तैयार हैं। शनिवार को आदि अंबे दुर्गा पूजा समिति, मां काली दुर्गा पूजा समिति, ¨हदू सम्राट दल नगर पालिका रोड, श्री¨हदू सम्राट दल मालवीय रोड, एकता क्लब मालवीय रोड, रेड ईगल क्लब हनुमान मंदिर चौराहा, जनमंच क्लब सब्जी मंडी आदि समितियों के सदस्यों ने पोखरों में प्रतिमा विसर्जित करने का संकल्प लिया। सदस्यों का मानना था कि नदियों में प्रतिमा विसर्जन से जल प्रदूषित होता है। प्रशासन अगर हम लोगों को दशहरा तक पोखरे उपलब्ध करा देता है तो प्रतिमा का विसर्जन पोखरे में करेंगे।
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