नायडू गिरोह ने देवरिया में दिया था टप्पेबाजी की घटना को अंजाम, कार में रुपयों से रखा बैग लेकर हुए थे फरार
गोरखपुर के व्यवसायी के कार से रुपयों से भरे बैग को उड़ाने वाले बदमाशों का पता चल गया है। मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस लाइन के मनोरंजन कक्ष में एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि टप्पेबाजी में गए दस लाख रुपये बरामद हो गए हैं।
देवरिया, जागरण संवाददाता। देवरिया शहर के कोतवाली के समीप गोरखपुर के व्यवसायी के साथ हुई टप्पेबाजी की घटना को महाराष्ट्र के नायडू गिरोह ने अंजाम दिया था। वारदात में शामिल बाल अपचारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने 10 लाख रुपये भी बरामद कर लिया है। हालांकि सरगना समेत चार आरोपित अभी भी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। पर्दाफाश करने वाली टीम को एसपी ने 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया है।
यह था मामला
पुलिस लाइंस के मनोरंजन गृह में घटना का पर्दाफाश करते हुए एसपी संकल्प शर्मा ने बताया कि नौ मई को गोरखपुर के व्यवसायी अमित गोयल की कार से टप्पेबाजी कर रुपये से भरे बैग को बदमाश उठा ले गए थे। घटना की जांच कर रही एसओजी व कोतवाली पुलिस ने महाराष्ट्र के नवाबपुरा के नंदूरा जिले से एक दिन पहले बाल अपचारी को हिरासत में लिया, जिसकी उम्र 14 वर्ष है। उससे पुलिस ने पूछताछ की तो उसने घटना कारित करने की बात कबूल की।
इन्होंने दिया था घटना को अंजाम
उसने बताया कि वह तथा विश्नानाथ नारायण नायडू, अविनाश मरम्मा नायडू निवासीगण नवाबपुर जनपद नंदूरबार महाराष्ट्र, शक्तिवेल नायडू, रिशन उर्फ किशन नायडू निवासीगण त्रिचनापल्ली तमिलनाडु ने इस घटना को अंजाम दिया था। उसने बताया कि सभी लोग गोरखपुर के गीडा में किराए की मकान में रहते थे। पांच मई को गोरखपुर जनपद के बड़हलगंज में एक व्यक्ति का लैपटाप उड़ाया था। बाद में उसे एक निर्माणाधीन मकान में फेंक दिया था।
देवरिया में घटना को अंजाम देने के बाद वह बस से गोरखपुर पहुंचे और किराये के कमरे में जाकर बैग की जांच किए। उसमें पैसा मिलने के बाद वह मकान मालिक से यह कह कर घर से निकल गए कि उनके परिवार में किसी का निधन हो गया है। इस लिए मकान मालिक ने भी इनसे कुछ ज्यादा पूछताछ नहीं किया। महाराष्ट्र के नवाबपुरा में नायडू गैंग का पूरा कुनबा ही रहता है। यह जहां रहते हैं, वहां कभी भी घटना को अंजाम नहीं देते हैं। इस गैंग का सरगना विश्ननाथ नारायण नायडू है। इस गिरोह ने मध्य प्रदेश कटनी समेत विभिन्न जगहों पर भी घटना को अंजाम दे चुका है।
ऐसे देते हैं यह घटना को अंजाम
बाल अपचारी की बातों पर गौर करें तो देवरिया में यह घटना को अंजाम देने के वक्त कोई रेकी नहीं किए थे। यह सुबह बस से आए थे और शहर में भ्रमण कर रहे थे। अचानक कार में बैग रखते हुए चालक राधेश्याम विश्वकर्मा को देखा तो उन्हें लग गया था कि बैग में रुपया है। इसलिए चालक को भ्रमित करने का कार्य सरगना ने किया।