Deoria News: पीस कमेटी की बैठक में लिया गया निर्णय- नदावर घाट पुल से नहीं होगा प्रतिमाओं का विसर्जन
बैठक में बताया गया कि नदावर पुल की रेलिंग काफी जर्जर है। इससे कभी भी भीषण दुर्घटना हो सकती है। उप जिलाधिकारी तथा सीओ ने कहा कि पुल के दोनों तरफ की रेलिंग को पांच फीट ऊंचा बांस-बल्ली व लोहे की चादर से ऊंचा किया जाएगा।
देवरिया, जागरण संवाददाता। दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए प्रशासन ने प्रतिमा संयोजकों व पीस कमेटी के सदस्यों की बैठक कर शांति पूर्वक विसर्जन का निर्णय लिया। नदावर पुल की रेलिंग जर्जर होने के चलते इस बार पुल से प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगा दी गई है। इसके लिए नदी के दोनों तरफ घाटों पर प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा।
सलेमपुर कोतवाली में आयोजित बैठक में बताया गया कि नदावर पुल की रेलिंग काफी जर्जर है। इससे कभी भी भीषण दुर्घटना हो सकती है। उप जिलाधिकारी अरुण कुमार वर्मा तथा सीओ देव आनंद ने कहा कि पुल के दोनों तरफ की रेलिंग को पांच फीट ऊंचा बांस-बल्ली व लोहे की चादर से ऊंचा किया जाएगा ताकि कोई पुल से कोई भी प्रतिमा विसर्जित न हो सके और दुर्घटना से भी बचा सके।
नगर पंचायत काे कार्य शुरु कराने का निर्देश
इसके लिए नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी को तत्काल इस पर कार्य शुरू कराने को कहा गया। इसके बाद उपजिलाधिकारी व सीओ नदावर घाट तथा मझौली के तरफ स्थित घाट पर लाइट व सड़क ठीक कराकर वहां प्रतिमाओं के विसर्जन का निर्णय लिया गया।
नदावर घाट से विसर्जित होती हैं 500 से अधिक प्रतिमाएं
प्रभारी निरीक्षक कपिलदेव चौधरी ने बताया कि प्रतिमाओं का विसर्जन 6 व 7 अक्टूबर को दो दिन होना है। करीब 500 प्रतिमाएं नदावर घाट से विसर्जित होती हैं। इस दौरान नायब तहसीलदार डा. भागीरथी सिंह, ईओ पंकज कुमार सहित राजस्व विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
राप्ती व सरयू में नाव से निगरानी करेंगे आपदा मोचन बल के जवान
कपरवार। दुर्गा पूजा के दौरान उग्रसेन सिंह सेतु से विसर्जित होने वाली दुर्गा प्रतिमाओं की व्यवस्था को लेकर मंगलवार को उपजिलाधिकारी गजेंद्र कुमार, सीओ पंचम लाल, अग्निशमन अधिकारी मामचंद बडगूजर, थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने उग्रसेन सिंह सेतु वर राप्ती तट के छठ घाट का निरीक्षण किया।
इस दौरान तय किया गया कि राप्ती व सरयू नदी में नाव से पीएसी व आपदा मोचन बल के जवान निगरानी करेंगे। उप जिलाधिकारी ने बताया कि कुशल और शांतिपूर्ण ढंग से देवी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए व्यापक प्रबंध किया गया है। पुल पर बांस बल्ली लगाकर सुरक्षा के लिए बैरिकेडिंग की जाएगी।
नदी तट पर पीएसी और आपदा मोचन बल के जवानों की तैनाती की जाएगी। कपरवार तिराहे से लेकर उग्रसेन सिंह पुल तक प्रकाश का प्रबंध किया जाएगा। विसर्जन के लिए आने वाले लोगों को डीजे पर अश्लील गाना बजाने, तलवार, लाठी डंडा और हथियार जुलूस में लेकर आने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।