Deoria News: पुल की सुरक्षा को लेकर बाढ़ व पीडब्ल्यूडी के अधिकारी आमने-सामने, कहा- खुद कराइए सुरक्षात्मक काम
रुद्रपुर-करहकोल मार्ग पर पचलड़ी के पास बने गोर्रा नदी पर वर्ष 1988 में पिड़राघाट पुल का निर्माण हुआ था। विभागीय लोगों का कहना था कि पुल बनने के बाद उसकी सुरक्षा को लेकर ध्यान नहीं दिया गया। गाइड बांध का निर्माण न होने से कटान का खतरा हमेशा बरकरार रहा।
देवरिया, जागरण संवाददाता। रुद्रपुर-करहकोल मार्ग पर गोर्रा नदी पर बने पिड़राघाट पुल के अप्रोच के बह जाने के बाद उसकी सुरक्षा को लेकर बाढ़ व लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आमने-सामने आ गए हैं। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता ने सुरक्षात्मक कार्य के लिए बाढ़ मंडल गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखा है। जिसके जवाब में बाढ़ मंडल गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता ने दो टूक कहा है कि पुल व संपर्क मार्ग के सुरक्षा की जिम्मेदारी आपकी है। सुरक्षात्मक कार्य खुद कराइए।
रुद्रपुर-करहकोल मार्ग पर पचलड़ी के पास बने गोर्रा नदी पर वर्ष 1988 में पिड़राघाट पुल का निर्माण हुआ था। विभागीय लोगों का कहना था कि पुल बनने के बाद उसकी सुरक्षा को लेकर ध्यान नहीं दिया गया। गाइड बांध का निर्माण न होने से कटान का खतरा हमेशा बरकरार रहा।
रुद्रपुर का संपर्क मार्ग नदी में बहा
24 सितंबर की सुबह गोर्रा नदी का बहाव तेज हो गया, जिसके कारण पिड़राघाट पुल का रुद्रपुर की तरफ का संपर्क मार्ग 15 मीटर तक आधी चौड़ाई में कटकर नदी में बह गया। जिससे वाहनों का आवागमन बाधित हो गया।
उल्टी धारा के कारण फिर बही मिट्टी
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिकारियों ने मिट्टी भराई का कार्य पूर्ण कर हल्के वाहनों के आवागमन के लिए 29 सितंबर को चालू करा दिया। लेकिन नदी की उल्टी धारा के कारण 10 मीटर मिट्टी फिर कटकर बह गई।
इसको देखते हुए लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता जीएस वर्मा ने 30 सितंबर को बाढ़ मंडल दो सिंचाई विभाग गोरखपुर के अधीक्षण अभियंता को पत्र लिखकर कटान रोकने के लिए सुरक्षात्मक उपाय करने को कहा है, जिससे नदी के बहाव को नियंत्रित किया जा सके।
इन्होंने कहा…
लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता आरके सिंह ने कहा कि पिड़राघाट पुल पर संपर्क मार्ग की सुरक्षा के लिए कार्य लोक निर्माण विभाग की तरफ से कराया जा रहा है। बाढ़ खंड से हम केवल तकनीकी सहयोग ले रहे हैं।