मंडल में सबसे सुंदर व बेहतर बस स्टेशन बनाने का होगा प्रयास
विधायक ने बस स्टेशन परिसर का किया निरीक्षण निष्प्रयोज्य घोषित हो चुके मुख्य भवन निर्माण के लिए जल्द ही सीएम से मिलूंगा
जागरण संवाददाता, देवरिया: शहर के बस स्टेशन परिसर का सदर विधायक डा. सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने सोमवार को निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि देवरिया बस स्टेशन माडल बने। मेरी प्राथमिकता होगी कि इसे मंडल में सबसे सुंदर व अच्छा बस स्टेशन बनाया जाए।
एआरएम व कर्मचारियों ने बताया कि मुख्य भवन को लोक निर्माण विभाग के अभियंता ने निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया गया। इसमें बैठकर कार्य करना सुरक्षित नहीं है। इसलिए प्रांगण में बने कैंटीन में काम किया जा रहा है। भवन निर्माण के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम गोरखपुर क्षेत्र को पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है। सदर विधायक ने अबतक हुए पत्राचार की प्रति प्राप्त किया। निष्प्रयोज्य घोषित हो चुके मुख्य भवन निर्माण के लिए जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलूंगा। इस समस्या का समाधान कराऊंगा।
उन्होंने टिकट घर, गैराज, बाशरूम, बसों के पार्ट्स रखे जाने वाले रूम, यात्रियों के ठहरने की जगह आदि का निरीक्षण किया। कर्मचारियों की मांग पर सदर विधायक ने कहा कि जल्द ही अपनी निधि से परिसर में हाई मास्क लगवाने का आश्वासन दिया। एआरएम व कर्मचारियों ने बुके देकर व माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस मौके पर एआरएम ओम कुमार मिश्रा, यूपी रोडवेज संघ के अध्यक्ष दीनानाथ मिश्र, संजय पांडेय, गोविद मणि, सुनील कुमार सिंह, अवधेश कुमार, धर्मेंद्र कुशवाहा, अरविद कुमार, चंदन कुमार आदि मौजूद रहे। 50 फीसद ईटीएम खराब, परिचालक परेशान
जागरण संवाददाता, देवरिया : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की व्यवस्था लड़खड़ा गई है। देवरिया डिपो में बसों में टिकट के लिए उपयोग में आने वाली ईटीएम (इलेक्ट्रानिक टिकट मशीन) खराब हो गई हैं। जिसके चलते बसों में टिकट बनाने में परिचालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज के अधिकारी जल्द ही मशीनों को ठीक कराने का दावा कर रहे हैं। घट गई रोडवेज की आमदनी
देवरिया डिपो के पास 72 निगम की और 122 अनुबंधित बसें हैं। डिपो के पास चालक व परिचालक दोनों की कमी है। किसी तरह यह बसें सड़क पर चल रही हैं। पहले इस डिपो की आमदनी हर दिन 18 से 20 लाख रुपये हो जाती थी। कोरोना संक्रमण के चलते सर्वाधिक असर पड़ा और अब 13 से 14 लाख रुपये आमदनी हो रही है। इन बसों में टिकट के लिए ईटीएम उपलब्ध कराया गया है। 50 फीसद से अधिक मशीनें इन दिनों खराब हो गई है। मशीनों के खराब होने से टिकट नहीं बन पा रहा है। ऐसे में परिचालक मैनुअल टिकट बना रहे हैं। जिसके चलते समय भी अधिक लग रहा है। 50 फीसद मशीनें खराब हो गई हैं। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। पहले कुछ मशीनें बनवाई भी गई थीं। जल्द ही खराब मशीनों को बनवा दिया जाएगा। ओम कुमार मिश्र
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