बरहज में सरयू नदी तट पर अर्घ्य देने घाटों पर उमड़ी भीड़
सरयू तट के विभिन्न घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को व्रती महिलाओं ने अर्घ्य दिया। दोपहर बाद नगर क्षेत्र के थानाघाट जनानी घाट तुलसी घाट तिवारीपुर गौरा कपरवार राप्ती तट पैना सतीहड़ा घाट करुअना आदि घाटों पर मेले जैसा नजारा रहा।
देवरिया: सरयू तट के विभिन्न घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को व्रती महिलाओं ने अर्घ्य दिया। दोपहर बाद नगर क्षेत्र के थानाघाट, जनानी घाट, तुलसी घाट, तिवारीपुर, गौरा, कपरवार राप्ती तट, पैना सतीहड़ा घाट, करुअना आदि घाटों पर मेले जैसा नजारा रहा। सड़कों पर महिला-पुरुष, युवक, युवतियां व बच्चे गाजे-बाजे के साथ फल व मालपुआ, ठेकुआ, पूड़ी आदि एक टोकरी में लेकर घाट पर पहुंची। महिलाएं गीत गाते हुए टोलियों में थीं। घाटों पर लोगों ने चाय-पानी के स्टाल भी लगाए। इस अवसर पर एसडीएम राम विलास राम, सीओ अम्बिका, थानाध्यक्ष गिरिजेश त्रिपाठी, ईओ सीके पांडेय आदि मौजूद रहे। बघौचघाट संवाददाता के अनुसार, नदी व पोखरों में महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। सुनीता शाही, अनिता शाही, रूबी शाही ने बताया कि लोगों के कल्याण के लिए हमने प्रार्थना की। घाटों पर प्रकाश व बैरिकेडिग न होने पर नाराजगी जताई। मेदीपट्टी, रामपुर महुआबारी, बघौचघाट, पकहां, मलसी, खुदवा, रामनगर में काफी भीड़ रही। गौरीबाजार, संवाददाता के अनुसार, छठ पर्व को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त थी। पोखरों पर महिला कांस्टेबल लगाई गई थी। शिव मंदिर नगर पंचायत, गौरी बाजार-रुद्रपुर मार्ग पर पहलवान बाबा मंदिर स्थित पोखरा व ग्राम विशुनपुरा में भी भीड़ उमड़ी थी। पचलड़ी में जब्बार अली की बहू नूरजहां पिछले चार वर्ष से छठ व्रत रख रही हैं। नूरजहां ने बताया कि कोई संतान नहीं था। व्रत रखने के बाद उसे संतान की प्राप्ति हुई। हमारी आर्थिक स्थिति में भी काफी सुधार हुआ। तभी से व्रत रखती हूं। ससुर ने बहू के व्रत रखने पर खुशी जताई।