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परिवार की कई पीढि़यों तक ज्ञान बांटती हैं पुस्तकें: इंद्र कुमार

विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य में जिला विज्ञान क्लब देवरिया एवं राममनोहर लोहिया सेवा संस्थान भागलपुर के तत्वावधान में विश्व भोजपुरी कार्यालय के सभागार में पुस्तकें सबसे अच्छी मित्र विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Apr 2019 11:59 PM (IST)Updated: Wed, 24 Apr 2019 11:59 PM (IST)
परिवार की कई पीढि़यों तक ज्ञान बांटती हैं पुस्तकें: इंद्र कुमार

देवरिया: विश्व पुस्तक दिवस के उपलक्ष्य में जिला विज्ञान क्लब देवरिया एवं राममनोहर लोहिया सेवा संस्थान भागलपुर के तत्वावधान में विश्व भोजपुरी कार्यालय के सभागार में पुस्तकें सबसे अच्छी मित्र विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।

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पूर्व प्रधानाचार्य इंद्र कुमार दीक्षित ने कहा कि पुस्तकें मनुष्य को वाह्य एवं आंतरिक रूप से ज्ञान समृद्ध करतीं है, आज नेट और मोबाइल की दुनिया ने लोगों को पुस्तकों से दूर कर दिया है जो चिता का विषय है, पुस्तकें बच्चों में जिज्ञासु प्रवृत्ति का विकास करने के साथ साथ ज्ञान भंडार को सहेज कर रखने, तथा उसे अगली पीढि़यों तक स्थानांतरित करने का दायित्व निभाती हैं। कृषि वैज्ञानिक डा.संतोष कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि पुस्तकें न सिर्फ ज्ञान देती है बल्कि कला, संस्कृति, लोकजीवन, सभ्यता ज्ञान-विज्ञान हमारा साक्षात्कार कराती हैं। संस्थान के सचिव जगदीश उपाध्याय ने कहा कि आज हमें अपने बच्चो में पुस्तकों को पढ़ने की अभिरुचि और संस्कार पैदा करना जरुरी हैं। विज्ञान क्लब के समन्वयक अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि पढ़ना किसे अच्छा नहीं लगता। लोगों और पुस्तकों के बीच बढ़ती दूरी को पाटने के लिए विश्व पुस्तक दिवस का विशेष महत्व है।

गोष्ठी को उपान्यासकार वरुण पांडेय, डा.जितेंद्र पांडेय, संदीप कुमार मिश्रा रविकांत मणि, गौरीशंकर जायसवाल ने संबोधित किया।


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