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महिलाओं, युवाओं, किसानों ने बजट को सराहा

देवरिया: केंद्रीय बजट लोकलुभावन भले ही नहीं दिखे, लेकिन सरकार ने बजट में किसानों, युवाअ

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Feb 2018 06:24 PM (IST)Updated: Sat, 03 Feb 2018 06:24 PM (IST)
महिलाओं, युवाओं, किसानों ने बजट को सराहा
महिलाओं, युवाओं, किसानों ने बजट को सराहा

देवरिया: केंद्रीय बजट लोकलुभावन भले ही नहीं दिखे, लेकिन सरकार ने बजट में किसानों, युवाओं, छात्रों व महिलाओं का विशेष ध्यान रखा है। बजट रसोई का पूरा ध्यान रखा गया है। इससे महंगाई घटेगी। शिक्षा के लिए अलग से धन का इंतजाम होने से छात्रों को तकनीकी व उच्च शिक्षा हासिल करने में आसानी होगी। फसलों के समर्थन मूल्य में डेढ़ गुना वृद्धि करने का निर्णय यह बताता है कि सरकार अन्नदाताओं की आर्थिक सेहत सुधारने की दिशा में चल पड़ी है। हालांकि यह तभी संभव होगा जब इसे धरातल पर ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ लागू किया जाए।

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बजट काफी अच्छा है। महिला कर्मचारियों के लिए पीएफ कटौती आठ फीसद की गई है। इससे उन्हें हाथ में ज्यादा नकदी आएगी। इससे महिलाएं ज्यादा आत्मनिर्भर बनेगी। इसके अलावा भी महिलाओं के लिए बजट में काफी कुछ है। किसी भी घरेलू सामान की कीमतों में वृद्धि नहीं हुई है।

--माधुरी त्रिपाठी, शिक्षक

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बजट 2018 में जिस प्रकार वित्त मंत्री ने महिला सशक्तीकरण पर जोर दिया है, उससे ज्ञात होता है कि महिलाओं के विकास एवं उत्थान के लिए सरकार बहुत कुछ कर रही है। मोदी सरकार में महिलाओं के विकास पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। कामकाजी महिलाओं के पीएफ कटौती भी घटा दी गई है।

--डा. ख्याति श्रीवास्तव

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वित्त मंत्री ने अपने आम बजट में सभी वर्ग को कुछ न कुछ दिया है, लेकिन मध्यमवर्ग को कुछ खास नहीं दिया है। माध्यम वर्ग का ख्याल रखना चाहिए था। हालांकि गृहणियों का ध्यान रखा गया है। महिलाओं को घर चलाने में आसानी होगी और वह बचत भी कर सकेंगी।

--अनामिका मिश्र, गृहिणी

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बहुत ही बेहतरीन बजट है। हर साल एक हजार बीटेक छात्रों को छात्रवृत्ति मिलेगी। शिक्षा में सुधार के लिए अगले चार साल में एक हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे। सरकार ने यह दिखाने की कोशिश की है कि वह शिक्षा के प्रति गंभीर है। किसी सरकार ने शिक्षा के लिए कुछ तो सोचा।

--निवेदिता उपाध्याय, छात्रा

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सरकार ने बजट में फसल की लागत का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने की घोषणा की है।लंबे समय बाद बजट में किसानों का ध्यान रखा गया है, ¨कतु इसे ईमानदारी पूर्वक लागू किया जाए तभी किसानों की आर्थिक स्थिति सुधर सकेगी।

--भागीरथी प्रसाद, किसान

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यह बजट स्वागत योग्य है। कृषि क्षेत्र को महत्व दिया गया है। इसमें किसानों व गांव पर विशेष ध्यान है। सरकार ने किसानों के लिए खजाना खोलने का काम कार्य किया है। व्यवस्था को पार कर किसानों तक पहुंचे तो किसानों का विकास कोई रोक नहीं सकता है।

--अशोक तिवारी, किसान

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इस बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है। जमीनी हकीकत से दूर यह बजट केवल पूंजीपतियों को लाभ दे सकता है। 11 लाख करोड़ किसानों को कर्ज देने के लिए आवंटित किया गया है, जिसका फायदा बैंकों का मिलेगा। सरकार को डीजल पर राहत देनी चाहिए।

--रामजी यादव, किसान

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बजट में किसानों व गरीबों के लिए तो बहुत कुछ है, लेकिन व्यापारियों के लिए कुछ भी नहीं है। जीएसटी के सरलीकरण के लिए भी बजट में कुछ होना चाहिए था। जीएसटी की जटिलताएं व्यापारियों को परेशान कर रही है। व्यापारी नई व्यवस्था में अभी रम नहीं पाए हैं।

--अमन सोनकर, व्यापारी


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