अधिवक्ताओं ने शुरू किया एसडीएम कोर्ट का बेमियादी बहिष्कार
देवरिया: दस अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुए व्यापारियों और छात्रों के बीच बवाल पर पुलिस
देवरिया: दस अप्रैल को भारत बंद के दौरान हुए व्यापारियों और छात्रों के बीच बवाल पर पुलिस द्वारा एक तरफा कार्रवाई कर उनका उत्पीड़न करने और अधिवक्ताओं को मुकदमे में फंसाने के विरोध में तहसील बार संघ रुद्रपुर के अधिवक्ताओं ने बार संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार दिया और कोतवाल के स्थानांतरण न होने से न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला लिया।
बार संघ के अध्यक्ष आनंद ¨सह ने कहा कि दस अप्रैल की घटना के बाद पुलिस बंद समर्थकों के साथ तानाशाही व्यवहार कर रही है। उनके घर न रहने पर परिवार वालों को बेइज्जत किया जा रहा है। इसे किसी भी हालत में अधिवक्ता समुदाय बर्दाश्त नहीं करेगा। इसमें अधिवक्ताओं को भी फंसाया जा रहा है। पूर्व अध्यक्ष ब्रजबिहारी पांडेय ने कहा कि जब तक कोतवाल का यहां से स्थानांतरण नहीं हो जाता अधिवक्ता आर-पार की लड़ेगा। पूर्व अध्यक्ष राजेश त्रिपाठी ने कहा पुलिसिया उत्पीड़न के खिलाफ हमलोगों का संघर्ष जारी रहेगा। छोटी सी बात को लेकर युवाओं पर गंभीर मुकदमे लादकर पुलिस तानाशाही रवैया अपना रही है। इस दौरान केपी त्रिपाठी, अनिल पांडेय, सत्यप्रकाश ¨सह, सुधांशु मौली ओझा, फर्णीनद नाथ पांडेय, नित्यानंद पांडेय, चंद्रभान, धर्मेंद्र ¨सह, वशिष्ठ नारायण पांडेय सहित बड़ी संख्या मे अधिवक्ता मौजूद रहे।