एडीजी क्राइम ने एसआइटी के साथ साढ़े तीन घंटे तक की समीक्षा
देवरिया कांड की जांच कर रही एसआइटी के अध्यक्ष व एडीजी क्राइम संजय ¨सघल रविवार को दोपहर बाद लखनऊ से देवरिया पहुंचे और पुलिस लाइन के मनोरंजन गृह में एसआइटी में शामिल सदस्यों से साढ़े तीन घंटे तक बंद कमरे में बातचीत की। साथ ही अभी तक की विवेचना की समीक्षा की और उसमें अन्य तथ्य भी जोड़ने का निर्देश दिया।
देवरिया: देवरिया कांड की जांच कर रही एसआइटी के अध्यक्ष व एडीजी क्राइम संजय ¨सघल रविवार को दोपहर बाद लखनऊ से देवरिया पहुंचे और पुलिस लाइन के मनोरंजन गृह में एसआइटी में शामिल सदस्यों से साढ़े तीन घंटे तक बंद कमरे में बातचीत की। साथ ही अभी तक की विवेचना की समीक्षा की और उसमें अन्य तथ्य भी जोड़ने का निर्देश दिया। एडीजी की सख्ती के बाद विवेचना में और तेजी आने की बात कही जा रही है। कुछ और लोगों के गिरफ्तारी की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बाल गृह बालिका कांड का पांच अगस्त की रात एसपी ने पर्दाफाश किया और 20 लड़कियों व तीन लड़कों को मुक्त कराया था। हाई-प्रोफाइल मामला होने के चलते पर्दाफाश के तीसरे दिन ही मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के लिए एडीजी क्राइम संजय ¨सघल के नेतृत्व में एसआइटी का गठन कर दिया। 10 अगस्त से ही मामले की जांच करने के लिए एसआइटी देवरिया में जमी हुई है। एसआइटी के अध्यक्ष संजय ¨सघल दोपहर बाद देवरिया पहुंचे और पुलिस लाइन के मनोरंजन गृह में आइपीएस पूनम, विवेचक बृजेश ¨सह, एसटीएफ प्रभारी समेत टीम में शामिल अन्य सदस्यों से लगभग साढ़े तीन घंटे तक इस पर समीक्षा की और विवेचना के बारे में जानकारी ली। कुछ तथ्यों को भी उसमें शामिल करने की बात कही है।
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पांच कर्मचारियों से एसआइटी ने की पूछताछ
देवरिया : देवरिया कांड की जांच कर रही एसआइटी रविवार को बाल गृह बालिका में काम करने वाली एक महिला, लिपिक समेत पांच कर्मचारियों को बुलाकर पुलिस लाइन में घंटों पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। महिला कर्मचारी की माने तो एसआइटी ने बाल गृह में पहले कार्य कर चुके कर्मचारियों के नाम व मोबाइल नंबर की पूछताछ की। महिला का कहना है कि अब वह उनका मोबाइल नंबर कहां से लाए? न तो उसके पास कोई रजिस्टर है और न ही उनके बारे में कुछ जानती है। वह भी एक कर्मचारी ही तो है।