जांच में भेजे खाद्य पदार्थो के 28 नमूने, 26 फेल
शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में दुकानों पर खाद्य पदार्थ बेचे जा रहे हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक अप्रैल से 27 जून तक एकत्रित नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला झांसी व लखनऊ भेजा।
देवरिया : शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में दुकानों पर खाद्य पदार्थ बेचे जा रहे हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने एक अप्रैल से 27 जून तक एकत्रित नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला झांसी व लखनऊ भेजा। भेजे गए 28 नमूनों में 26 नमूनों की रिपोर्ट फेल आई है। इससे पता चलता है कि शहर में बिक रही खाद्य सामग्री बिकने योग्य नहीं है। दुकानदार खाद्य सामग्रियों के नाम पर मीठा जहर ग्राहकों को बेच रहे हैं। हर रोज शहर में किराने, मिठाई की दुकान हर जगह मिलावट कर बेची जा रही हैं।
----------------------
किसके कितने नमूने फेल
1 अप्रैल से 27 जून 2019 तक की आई जांच रिपोर्ट पर गौर करें तो जांच के लिए भेजे गए 28 नमूने में 26 नमूने फेल हो गए। फेल नमूनों में सात दूध के नमूने, दो पनीर, एक घी, तीन मिठाई, एक मसाला, तीन दाल, 5 नमकीन, एक टाफी समेत तीन खाद्य पदार्थ जांच में अपमिश्रित पाए गए। अरहर की दाल में कीड़े पाए गए तो सास में ऐसा कलर मिलाया गया था तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यह कलर खाद्य पदार्थों में मिलाने के लिए प्रतिबंधित है। कार्रवाई के क्रम में वाद स्वीकृति करने के लिए अभिहित अधिकारी ने दो मामलों की पत्रावली लखनऊ आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को भेजी है।
-----------------------
हम लोगों का पूरा प्रयास है कि आम जन को दूषित व मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से बचाया जाय। उसी क्रम में दुकानों का निरीक्षण कर सैंपल को जांच के लिए भेजी जाती हैं। जिनके भी नमूने गड़बड़ पाए जाते हैं, उन दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। मिलावट रोकने के लिए हर रोज अभियान चलाया जा रहा है।
-आरसी पांडेय, अभिहित अधिकारी, देवरिया
---------------------------