किशोरियां कर रही खुदा की इबादत
देवरिया : रमजान में सभी अपने गुनाहों की माफी मांगने में जुटे हैं। पांच वक्त की नमाज सिर्फ बड़े ही नही
देवरिया : रमजान में सभी अपने गुनाहों की माफी मांगने में जुटे हैं। पांच वक्त की नमाज सिर्फ बड़े ही नहीं छोटे बच्चे व किशोरियां भी अदा कर रोजा रख रही है। इतनी तपिश व गर्मी के बीच उनके चेहरे पर शिकन तक नहीं है। वे उत्साह में हैं और उन्हें फक्र है कि उनका एक माह खुदा की इबादत में खर्च हो रहा है। शहर के अबूबकर नगर निवासी वशी अहमद की तीन पुत्रियां रोजा है। वह पढ़ाई के साथ-साथ अपने अब्बा की दुकान तो चलाती ही है घर के कार्य में अम्मी का भी हाथ बंटाती है। रुखसार 17, आफरीन 15, मंतशा 13 व अल्तशा 9 आपस में सगी बहने हैं और तकरीबन पांच वर्ष से रोजा रहती हैं। इस समय भी वो रोजा हैं और पांच वक्त का नमाज अदा करने के साथ ही पूरे नियम का पालन करती हैं।उनका कहना है कि रोजा रखना बड़ी बात नहीं है रोजा रखने के दौरान हम ऐसे कर्म करें कि लोगों को राहत पहुंचे यह हमें बदी से बाहर निकालकर नेकी के रास्ते पर ले जाता है। इस पाक माह में चाह कर भी कोई गलत कार्य नही कर सकता। अपनी कमाई का जकात दान करने का यह महीना सबसे बेहतर महीना माना जाता है। हमारे अब्बू, अम्मी के साथ हम सभी बहने भी रोजा रखती हैं। नमाज मस्जिद में अदा करने की बजाय हम लोग अपनी दुकान व घर में ही अदा कर लेती हैं।इन किशोरियों का कहना है कि कि जब आपका मन पवित्र हो जाए तो आपकी हर दुआ कबूल होती है चाहे आप नमाज घर से दुकान से अदा करें या मस्जिद से। मन की मैल को दूर करना सबसे बड़ी बात है।