पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बालेश्वरी देवी का निधन
देवरिया : पांच दिन पूर्व पति के निधन के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बालेश्वरी देवी की तबियत बिगड़ ग
देवरिया : पांच दिन पूर्व पति के निधन के बाद पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष बालेश्वरी देवी की तबियत बिगड़ गई और शनिवार की दोपहर उन्होंने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष के निधन की सूचना मिलते ही दरवाजे पर बड़ी संख्या में राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्र से जुड़े लोग पहुंच गए और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उधर देरशाम बरहज स्थित सरयू घाट पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष को लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
गौरीबाजार विकास खंड के ग्राम रैश्री में 56 साल पहले बालेश्वरी देवी का जन्म हुआ और उनकी शादी पूर्व विधान परिषद सदस्य श्रीनाथ एडवोकेट से हुई। पति के कहने पर वह 2010 में राजनीति में कदम रखीं और देवरिया दक्षिणी से जिला पंचायत सदस्य के रूप में मैदान में उतरीं तथा उन्हें सफलता मिली। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए दावेदार हो गईं और बसपा की सरकार में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हो गईं। 14 जनवरी 2011 को उन्हें इसके लिए शपथ दिलाई गई। सपा की सरकार बनने पर कई जनपदों में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी चली गई, लेकिन बालेश्वरी देवी के अच्छे व्यवहार के चलते यहां तख्ता पलट नहीं हो सका और बालेश्वरी देवी 2015 तक जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज रहीं। हाल के दिनों में वह गाल ब्लाइडर कैंसर से पीड़ित हो गई थी और उनका उपचार बीएचयू से चल रहा था। 15 मई को उनके पति श्रीनाथ एडवोकेट का निधन हो गया। जिसके बाद उनकी तबीयत और खराब होने लगी और शनिवार की दोपहर बालेश्वरी देवी ने भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
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पांच दिन में ही मां-बाप ने छोड़ा साथ
पूर्व विधान परिषद सदस्य श्रीनाथ एडवोकेट को मात्र एक पुत्र मनोज कुमार व पांच बेटी रेनू, सुधा, रंजू लता, अनामिका व अंबिका हैं। पांच दिन पूर्व इकलौते पुत्र मनोज ने अपने पिता को मुखाग्नि दी, अभी पिता की याद को मनोज भूल भी नहीं पाए थे, कि इसी बीच मां ने भी उनका साथ छोड़ दिया और मां को भी उन्हें मुखाग्नि देकर इस दुनिया से अलविदा करना पड़ा। अभी अनामिका व अंबिका की शादी नहीं हुई है।