फुटपाथ..पटरी पर ठेला, सड़क पर खरीददार
देवरिया : क्षेत्र के मदनपुर चौराहे पर अतिक्रमण ने स्थाई रूप से अपना पांव जमा लिया है। मुख्य चौक पर
देवरिया : क्षेत्र के मदनपुर चौराहे पर अतिक्रमण ने स्थाई रूप से अपना पांव जमा लिया है। मुख्य चौक पर ठेले वाले पुलिया व फुटपाथ पर काबिज हैं, तो दूसरी तरफ सड़क पर लगे बिजली के खंभे आवागमन में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं। अतिक्रमण व सड़क पर फैले फलों के छिलके से कई बार दुर्घटना भी हो चुकी है। कस्बे की सड़क तक अतिक्रमण की जद में है।
थाने से चंद कदम दूरी पर स्थित इस व्यस्ततम चौराहे पर मुख्य सड़क की पटरी पर पौ फटने के साथ ही फल व चाट के ठेले वालों का कब्जा शुरू हो जाता है। कुछ ठेले-खोमचे स्थाई रूप से फुटपाथ पर ही स्थापित हो गए हैं। सड़क के दूसरी तरफ चाय की दुकान के छज्जे व सड़क किनारे लगे बिजली के पोल मुख्य मार्ग को और भी संकरा बना देते हैं। ऐसी स्थिति में खरीदारों की भीड़ से सड़क अवरुद्ध हो जाती है, लेकिन इससे दुकानदारों का कोई लेना-देना नही है। सुबह से लेकर देर शाम तक चलने वाली जूस की दुकान से सड़क पर गंदगी बिखरी पड़ी रहती है। फल के छिलके की लालच में पशुओं का झुंड भी जमा रहता है। इसके अलावे वाहन चालकों से विवाद हो चुका है। लोग विक्रेता से जब दुकान हटाने की बात करते हैं तो कहते हैं कि सरकार जगह देगी, तभी तो दुकान हटाएंगे। अभी तो इसका पट्टा करा लिया है। सड़क पर ही सजती है सब्जी की दुकान शाम होते ही मुख्य मार्ग के साथ ही कस्बे की सड़क के फुटपाथ की कौन कहे पिच पर भी सब्जी की दुकान सज जाती है। ग्राहकों की भीड़ बढ़ने पर सड़क संकरी हो जाती है। बड़े वाहन के आने पर जाम लग जाता है। कस्बे के मार्ग पर मुर्गे व मछली की दुकानों की वजह से भीड़ इतनी बढ़ जाती है, की पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
प्रदीप पांडेय कहते हैं कि फुटपाथ पर अतिक्रमण की वजह से दुर्घटना के साथ ही ग्रामीण चौराहों पर गंदगी का अंबार लग जा रहा है। एक-दूसरे से होड़ करने में फुटपाथ के साथ ही पक्की सड़क पर भी दुकानदार कब्जा जमा ले रहे हैं। झन्ने शेख कहते हैं कि मदनपुर चौराहे पर दोनों पटरी पर दुकानदारो का स्थाई अतिक्रमण है, जो सुबह होने के साथ दुकान बंद होने तक चलता है। दिलशाद शेख का कहना है कि कस्बे की आबादी अधिक होने व पुरानी बाजार होने की वजह से क्षेत्र के लोग भी सामान खरीदने यहां आते है। फुटपाथ कब्जाए लोगों पर कानूनी करवाई की आवश्यकता है। निशेष पाण्डेय का कहना है कि बाजार व चौराहे पर फुटपाथ अतिक्रमण की वजह से समाप्त हो गए हैं। प्रशासन द्वारा नियमित अभियान चलाकर इन पर कार्रवाई करनी चाहिए।
बिजेंद्र ¨सह कहते हैं कि सड़क व पटरी पर सबका अधिकार है, तो उसकी साफ-सफाई व सुरक्षा का दायित्व भी है। कुछ लोग इस पर अपना एकाधिकार समझ कब्जा करना शुरू कर दे रहे हैं।
सड़क व फुटपाथ पर अवैध कब्जा जमाये लोग यदि स्वयं उसे खाली नही करते, तो उन्हें हटाने के साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।