12 लाख बकाया, एलपी बंद, माननीय परेशान
जिला चिकित्सालय से वीआइपी व वीवीआइपी के लिए दवाओं की एलपी होती है। माननीय मान्यता प्राप्त पत्रकारों गरीबों व उच्चाधिकारियों को अस्पताल खरीदकर दवाएं निश्शुल्क उपलब्ध कराता है।
देवरिया: जिला चिकित्सालय से वीआइपी व वीवीआइपी के लिए दवाओं की एलपी होती है। माननीय, मान्यता प्राप्त पत्रकारों, गरीबों व उच्चाधिकारियों को अस्पताल खरीदकर दवाएं निश्शुल्क उपलब्ध कराता है। अस्पताल को जो फर्म दवा की आपूíत करती है, उसका जिला अस्पताल पर 12 लाख बकाया है। ऐसे में उसने दो माह से दवाओं की आपूíत बंद कर दी है, जिससे बीमार माननीयों की परेशानी बढ़ गई है। उधर अस्पताल प्रशासन बजट के अभाव में हाथ खड़ा कर दिया है।
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किसे मिलता है एलपी का लाभ
जनपद के सभी सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, एमएलसी, पूर्व एमएलसी के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों, मान्यता प्राप्त पत्रकारों व गरीब मरीजों को एलपी का लाभ मिलता है। बीमार माननीय व अधिकारीगण चिकित्सकों की पर्ची का आवेदन सीएमएस को देते हैं और उसे अग्रसारित करने के बाद वह जरूरी दवाएं उन्हें फर्म के माध्यम से निश्शुल्क उपलब्ध करा दिया जाता था, लेकिन यह तीन माह से संभव नहीं हो पा रहा है। कारण दवा आपूíत करने वाली फर्म लक्ष्मी फार्मा का 12 लाख रुपये बकाया है। हर रोज बीमार माननीय व अधिकारी जिला अस्पताल से वापस लौट रहे हैं।
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पहले एलपी के लिए बजट आता था, तो फर्म का भुगतान कर दिया जाता था। कुछ भुगतान होता था कुछ बकाया रहता था, काम चलता था। तीन माह से सरकार ने बजट देना बंद कर दिया है। ऐसे में इस पर रोक लगाना पड़ा। माननीय व उच्चाधिकारियों को परेशानी हो रही है, लेकिन क्या किया जा सकता है। किसी को भुगतान नहीं दिया जाएगा तो आखिर कब तक वह दवा की आपूíत देगा।
-डा.छोटेलाल, सीएमएस, जिला चिकित्सालय, देवरिया
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