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16 साल से एक हजार छात्रों पर तीन शिक्षक

संवादसूत्र बरगढ़ (चित्रकूट) मऊ तहसील के बरगढ़ इलाके में छात्र-छात्राओंके भविष्य से खुले

By JagranEdited By: Published: Thu, 04 Jul 2019 11:00 PM (IST)Updated: Sat, 06 Jul 2019 06:23 AM (IST)
16 साल से एक हजार छात्रों पर तीन शिक्षक

संवादसूत्र, बरगढ़ (चित्रकूट) : मऊ तहसील के बरगढ़ इलाके में छात्र-छात्राओंके भविष्य से खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है। 16 साल से छात्रों को पढ़ाने के लिए महज तीन शिक्षकों की तैनाती है। उनमें भी एक के कार्यवाहक प्रधानाचार्य होने से अक्सर दूसरे कार्यों में व्यस्तता परेशानी बनती है। पढ़ाई न होने की वजह से छात्र संख्या डेढ़ हजार से घटकर एक हजार के आंकड़े पर पहुंच गई है लेकिन अनदेखी करने वाले जिम्मेदार अब भी चुप हैं। उधर, इलाके के छात्र-छात्राओं को बेहतर पढ़ाई के लिए भटकना पड़ रहा है।

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बरगढ़ में राजकीय इंटर कालेज का नया भवन वर्ष 1990 में बनने के बाद इलाके के लोग बच्चों के भविष्य को लेकर सपने संजोने लगे। सब कुछ अच्छा चला लेकिन वर्ष 2003 से यहां के हालात बिगड़ गए। कालेज में अब कार्यवाहक प्रधानाचार्य कपूर चंद्र शुक्ल, दो शिक्षक चिता मणि मिश्र, जितेंद्र कुमार तिवारी की तैनाती है। उनके भरोसे एक हजार बच्चों की पढ़ाई है। वर्तमान में संख्या घटने के साथ पढ़ाई की गुणवत्ता भी कम हुई है।

मानक 24 शिक्षकों का, छह से 12 तक पढ़ाई

राजकीय इंटर कालेज में 24 शिक्षकों की तैनाती का मानक है लेकिन यह कभी पूरा नहीं हो सका। कक्षा छह से इंटरमीडिएट तक सात कक्षाओं में पढ़ाने के लिए सिर्फ तीन शिक्षक हैं। इससे हमेशा समस्याएं हावी रहती हैं। बरगढ़ के साथ आसपास गांवों के ग्रामीण मजबूरी में बच्चों को स्कूल भेजते हैं, क्योंकि बाकी स्कूल 15 से 20 किमी दूर हैं।

मूलभूत सुविधाएं नहीं, ग्रामीणों की आवाज दबी

कालेज में शौचालय जर्जर हो चुके हैं। सफाई का भी रोना है जबकि पेयजल संकट बरकरार है। हैंडपंप पर पानी लेने के लिए छात्र-छात्राओं की कतार लगी रहती है। ग्रामीणों ने स्थानीय अधिकारियों से लेकर शासन तक आवाज उठाई पर नतीजा सिफर है। कई बार संपूर्ण समाधान दिवस में भी चिट्ठी दे चुके लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

तीन हजार प्रतिमाह पर रखे पांच शिक्षक

कालेज में पढ़ाई की बेहतरी के लिए शिक्षकों और प्रधानाचार्य ने ग्रामीणों की सहमति पर तीन-तीन हजार रुपये में पांच शिक्षित युवकों को बतौर शिक्षक तैनात कर रखा है। इनके आने से सभी कक्षाओं में पढ़ाई होती है लेकिन फिर भी कई बार छात्र-छात्राओं के लिए समस्या होती है। बताते हैं कि छात्रों से इसकी एवज में कुछ अतिरिक्त शुल्क भी लिया जाता है।

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आंकड़ों की नजर में

शिक्षक चाहिए : 24

तैनाती है : 03

निजी खर्चे पर शिक्षक : 05

लिपिक हैं : 02

चपरासी चाहिए : 04

वर्तमान तैनाती : 01

कुल छात्र संख्या : 1000

छात्र : 685

छात्राएं : 315

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शिक्षकों की तैनाती के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जिला योजना की बैठक में मामला संज्ञान में लाने के बाद जल्द समस्या निराकरण की उम्मीद है। पहले भी लगातार पत्र लिखे जा चुके हैं।

बलिराज राम, डीआइओएस चित्रकूट।


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