मास्क न लगाने वाले युवकों पर मुकदमा, इंस्पेक्टर निलंबित
जागरण संवाददाता चित्रकूट कोरोना को हराने के लिए मास्क लगाना और दो गज की दूरी जरूरी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : कोरोना को हराने के लिए मास्क लगाना और दो गज की दूरी जरूरी है, लेकिन संक्रमण कम होते ही लोग सबकुछ भूलकर लापरवाही करने लगे हैं। बिना मास्क लगाए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने की कुछ युवकों की लापरवाही और टोकने पर स्वास्थ्य कर्मियों को धमकी इंस्पेक्टर पर भी भारी पड़ गई। स्वास्थ्य कर्मियों की शिकायत नहीं सुनने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया।
यह घटना राजापुर थानाक्षेत्र की है। बीते दिनों रुपौली निवासी मनीष त्रिपाठी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजापुर में मेडिकल परीक्षण कराने पहुंचा था। चिकित्सक व स्टाफ ने इलाज के पहले उससे मास्क लगाने को कहा। इस पर साथ में आए युवक भड़क गए और स्टाफ से गाली गलौज करने लगे। जान से मारने की भी धमकी दी। कार्रवाई की मांग को लेकर पूरा स्टाफ राजापुर थाने पहुंचा। इंस्पेक्टर ने स्वास्थ्य कर्मियों को तवज्जो नहीं दी। बताते हैं कि उसी समय चित्रकूटधाम परिक्षेत्र के आइजी के. सत्यनारायण भी क्षेत्र भ्रमण पर आए थे। स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरी बात उन्हें बताई और इस स्थिति में काम करने में असमर्थता जताई। आइजी ने चिकित्सा अधीक्षक की तहरीर पर रात में ही आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। एसपी को इंस्पेक्टर जयशंकर सिंह पर कार्रवाई के निर्देश दिए। सीओ राजापुर एसपी सोनकर ने बताया कि सीएचसी के चिकित्साधीक्षक की तहरीर पर मनीष त्रिपाठी, पप्पू गौतम व तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी जयशंकर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच पहाड़ी थाना प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार मिश्र को सौंपी गई है।
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आठ माह में दूसरी बार निलंबित
निरीक्षक जयशंकर सिंह आठ माह में दूसरी बार निलंबित हुए हैं। राजापुर से पहले वह कर्वी कोतवाली प्रभारी थे। अक्टूबर में कोतवाली क्षेत्र के खरौंध में सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी, जिसमें पीड़िता ने फांसी लगा ली थी। देश स्तर पर उछले इस मामले में उन्हें निलंबित कर दिया गया था। मार्च के अंतिम सप्ताह में मिलावटी शराब कांड में राजापुर कोतवाली प्रभारी अनिल सिंह के निलंबित होने पर उन्हें जिम्मेदारी दी गई थी।