वन्य जीवों की मौत से हड़कंप, जांच में जुटी टीम
संवाद सहयोगी मानिकपुर (चित्रकूट) नेशनल पार्क का दर्जा पाने की तरफ बढ़ रहे रानीपुर वन्
संवाद सहयोगी, मानिकपुर (चित्रकूट) : नेशनल पार्क का दर्जा पाने की तरफ बढ़ रहे रानीपुर वन्य जीव अभ्यारण्य में जंगली जानवरों की मौत से हड़कंप की स्थिति है। तेंदुआ, भालू और बंदर के बाद बरहदा नदी में मिले जंगली जानवर के शव को वन विभाग गंभीरता से ले रहा है। मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक एक टीम ने मिट्टी के नमूने जुटाए और बरहदा नदी के पानी का सैंपल लिया। टीम ने बारीकी से हर बिंदु की पड़ताल की।
प्रधान मुख्य संरक्षक वन्य जीव लखनऊ सुनील पांडेय की ओर से गठित की गई जांच कमेटी में शामिल मुख्य वन संरक्षक सुनील चौधरी, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो के एचबी गिरीश, लखनऊ चिड़ियाघर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. उत्कर्ष शुक्ला, चित्रकूट डीएफओ कैलाश प्रकाश, सतना के मुख्य वन संरक्षक अतुल खेड़ा व उप वन अधिकारी चित्रकूट सतना क्षेत्र जीके सिंह ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। टीमों ने कोडरिया जंगल व बरदहा नदी में मिले शवों के स्थलों पर पहुंच कर मिट्टी के नमूने लिए। निही चिरैया, औदर पहाड़ के पास भी जांच हुई। साथ में पानी व पत्थर पर लगे सूखे मांस के टुकड़े भी निकाले। प्रभागीय वन अधिकारी चित्रकूट कैलाश प्रकाश ने बताया कि नमूनों की जांच के बाद पता चलेगा कि जानवरों की मौत किस दिन हुई। इतने दिन तक शव पड़े रहने के बावजूद किसी कर्मी को जानकारी नहीं हुई। इसकी भी पड़ताल की जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।