जैविक खेती करेगी समृद्ध, खत्म होगी अन्ना प्रथा : भोले
जागरण संवाददाता चित्रकूट अब गो आधारित जैविक खेती किसानों को समृद्ध करेगी। इससे अन्ना गोवं
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अब गो आधारित जैविक खेती किसानों को समृद्ध करेगी। इससे अन्ना गोवंश फायदे का सौदा बनेंगे। उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग ने इसके लिए खाका खींचा है। जल्द ही जमीन पर काम होगा। इससे अन्ना प्रथा से मुक्ति की दिशा में कदम बढ़ेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में बुंदेलखंड समेत सभी जिलों में अभियान चलेगा। ये बातें आयोग के सदस्य व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंह भोले ने मंगलवार को कहीं।
चित्रकूट के मऊ क्षेत्र में संक्षिप्त प्रवास के दौरान भोले ने कहा कि प्रदेश में अन्ना जानवरों की समस्या पर मुख्यमंत्री संजीदा हैं। गोवंश संरक्षण के लिए बेहतर पहल की है। गोसेवा आयोग जैविक खेती के लिए हर किसान को प्रेरित करने की योजना बना रहा है। इसके तहत किसानों को अन्ना गोवंश को छोड़ने के बजाय पालन कर जैविक खेती करने को प्रेरित करेंगे। उनका गोबर खेत मे खाद के लिए इस्तेमाल होगा। किसानों को दूध भी मिलेगा। बुंदेलखंड के चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर व जालौन से इसकी शुरुआत होगी। इसके साथ ही गांव-गांव जन सहभागिता से तालाब खोदाई और पौधारोपण कराने की तैयारी है। इससे भविष्य में हरियाली के साथ जलसंकट दूर होगा। प्रदेश में गोवंश संरक्षण के लिए ये हो रहे काम
-5148 गो संरक्षण केंद्रों में पांच लाख से अधिक गोवंश संरक्षित
-63,038 गोवंश किसानों को गोद दिए जा हैं।
-519 कुपोषित परिवारों को 521 गोवंश देकर मदद की गई।
-मनरेगा के तहत गोवंश आश्रय स्थलों पर मिल रहा रोजगार।