अब गोवंश का अपना आधार, छोड़ा तो होगी पहचान
हेमराज कश्यप चित्रकूट अब गोवंश की भी अपनी पहचान और आधार होगा। केंद्र सरकार उनको
हेमराज कश्यप, चित्रकूट : अब गोवंश की भी अपनी पहचान और आधार होगा। केंद्र सरकार उनको एक यूनिक नंबर दे रही है, जो ऑनलाइन होगा। इन नंबर के जरिए एक क्लिक करते ही गोवंश के साथ पशुपालक का ब्योरा सामने आ जाएगा। आधार नंबर से ही गोवंश का टीकाकरण व कृत्रिम गर्भाधान किया जाएगा।
'इनफ' पोर्टल में होगी डिटेल
राष्ट्रीय पशुरोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत पशु पालन विभाग के कर्मचारी पशुओं की टैगिंग कर रहे हैं। 31 मार्च तक यह काम पूरा होना है। करीब एक लाख गोवंश को टैग लगाया जा चुका है। सरकार एक पशु की टैगिंग पर कर्मचारी को ढाई रुपये देगी। किसान से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। टैंगिग कार्य होने पर इसे 'इनफ' पोर्टल में ऑनलाइन किया जाएगा। एक क्लिक में मिलेगी जानकारी
गोवंश का आधार नंबर भी 12 डिजिट का है, इसको इनफ पोर्टल में डालने पर पशुपालक का नाम, पिता का नाम, गांव, पशुपालक का आधार नंबर व गोवंश की डिटेल आ जाएगी। बुंदेलखंड में रुकेगी अन्ना प्रथा
टैगिंग कार्य पूरा होने के बाद बुंदेलखंड में अन्ना प्रथा पर लगाम लगेगी। अभी तमाम पशुपालक गोवंश को दूध देने तक बांधते हैं उसके बाद छोड़ देते हैं। ऐसे पशुपालकों की पहचान हो जाएगी।
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इन गोवंश की होगी टैंगिग
कुल गोवंश - 2,62,902
दुधारू - 2,10,035
दूध नहीं देने वाले - 52,867
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गोवंश को आधार नंबर से जोड़ा जा रहा है। बुंदेलखंड से इसकी शुरुआत की गई है। इससे अन्ना प्रथा पर लगाम लगेगी। आधार नंबर से योजना का लाभ मिलेगा, साथ ही यदि पशु को बेसहारा छोड़ने पर पशुपालकों पर कार्रवाई में मदद मिलेगी।
-केपी यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी