पेट के लिए मां ने ममता के पांव में बांधी जंजीर
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जब उसे मां के प्यार की जरूरत थी तब भीख मांगने का जरिया बना दिया
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जब उसे मां के प्यार की जरूरत थी तब भीख मांगने का जरिया बना दिया गया। गरीबी, लाचारी व और मजबूरी से दो-चार विधवा मां ने पेट की आग बुझाने के लिए अपनी ममता का गला घोंट कर जिगर के टुकड़े की पांव में जंजीर बांध दी है। स्कूल जाने की उम्र में कापी किताबों की जगह उसके हाथ चंद रुपयों के लिए बरबस कुछ भी न जानते हुए लोगों की तरफ उठ रहे हैं। यह तस्वीर देख सोमवार को चित्रकूट कामदगिरि परिक्रमा मार्ग पर हर श्रद्धालु सन्न रह गया। दान पात्र के पास बैठाकर भीख मांगने का जरिया बनने वाली मासूम का मार्मिक चित्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने पर एसपी ने संज्ञान लिया है। इसलिए डाल दी बेड़ी
विधवा मां का नाम किरण है। वह परिक्रमा मार्ग पर अपनी करीब दो वर्षीय मासूम बच्ची के साथ भीख मांग कर गुजर-बसर करती है। मासूम बेटी की परवरिश और खुद के पेट के लिए चंद रुपये जुटाने को उसने बेटी के पांव में बेड़ी डाली है। इसके पीछे मासूम के कहीं इधर-उधर न चला जाना भी वजह है। पड़ोसियों ने बताया कि किरण के पति की मौत कुछ दिन पहले करंट से हो चुकी है। मां भी करती दिन भर काम
मासूम बच्ची के पैर में जंजीर बांधकर दानपात्र के पास बैठा कर मां किरण पूरे दिन लोगों के यहां काम करती है। इससे मां-बेटी मिलकर पेट भरने के लिए रुपये जुटा लेते हैं। पड़ोसी विद्या देवी और बद्री प्रसाद ने बताया कि पति की मौत के बाद से किरण बच्ची के साथ जीवन काटने के लिए संघर्ष कर रही है। वह प्रतिदिन बच्ची को सजा कर दानपात्र के पास बैठाती है। हालांकि मन को विचलित करने वाली इस तस्वीर से मानवता शर्मसार है पर जिम्मेदारों की निगाह नहीं पड़ रही है। इनका कहना है
बच्ची व उसकी मां का पता लगाने के निर्देश सीतापुर पुलिस चौकी प्रभारी को दिए हैं। उसे बंधन से मुक्त कराने के साथ जल्द दोनों की जिला प्रशासन के माध्यम से मदद कराई जाएगी।
-मनोज कुमार झा, एसपी चित्रकूट।