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विदेशी सैलानी बढ़ाने को स्वच्छता का मंत्र

जागरण संवाददाता/शिवा अवस्थी, चित्रकूट : प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट, उनके जन्म स्थान अयोध्या

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 10:44 PM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 10:44 PM (IST)
विदेशी सैलानी बढ़ाने को स्वच्छता का मंत्र
विदेशी सैलानी बढ़ाने को स्वच्छता का मंत्र

जागरण संवाददाता/शिवा अवस्थी, चित्रकूट : प्रभु श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट, उनके जन्म स्थान अयोध्या और बाबा गोरखनाथ धाम मंदिर गोरखपुर समेत प्रदेश के दूसरे नामचीन पौराणिक स्थलों पर विदेशी सैलानी बढ़ाने की तैयारी है। इसके लिए मोदी सरकार ने स्वच्छता का मंत्र फूंका है। पर्यटन मंत्रालय की टीमें श्रद्धालुओं, पर्यटन स्थलों के दुकानदारों, आम नागरिकों के साथ स्कूल-कालेजों में छात्र-छात्राओं को प्रेरित कर रही हैं। साथ ही समाज के हर वर्ग के प्रतिष्ठित लोगों को जोड़ने की कोशिश है।

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वाराणसी, अमृतसर, तिरुपति व अजमेर शरीफ से प्रेरणा

पर्यटन मंत्रालय के साथ ही पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान नोएडा की टीम के पुस्तकालय सहायक सुनील चौबे, प्रोजेक्ट सहायक नितिन शर्मा की अगुआई में तीन सदस्यीय टीम चित्रकूट में डेरा डाले है। यहां पर राम घाट, कामदगिरि परिक्रमा पथ, मंदाकिनी नदी तट पर श्रद्धालुओं, स्थानीय लोगों व दुकानदारों को बाबा विश्वनाथ धाम वाराणसी, स्वर्ण मंदिर अमृतसर, तिरुपति मंदिर व अजमेर शरीफ में विदेशी सैलानियों के पहुंचने, वहां के लोगों की स्वच्छता के प्रति सजगता की वीडियोग्राफी को प्रोजेक्ट पर दिखाया है। उसी आधार पर चित्रकूटवासियों को व्यावहारिक अंदाज बदलने के सुझाव दिए हैं।

अयोध्या व गोरखपुर में रुके तीन दिन

मंत्रालय के सुनील चौबे ने बताया कि टीम सबसे पहले अयोध्या पहुंची। वहां से गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर गए। तीन दिन तक रुककर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सफाई की सीख दी गई है। बताया कि विदेशी सैलानी सुरक्षा के साथ सफाई इंतजाम पर ज्यादा संजीदा होते हैं। इसीलिए केंद्र सरकार सजग हुई है। लगातार प्रशिक्षण दिए जाएगा।

चित्रकूट में इनको जोड़ा

टीम ने जिले में अभियान संस्था के अशोक कुमार, व्यापारी नेता पंकज अग्रवाल, बुंदेली सेना जिलाध्यक्ष अजीत ¨सह, पर्यटक सूचना अधिकारी राम कुमार, पर्यटन विभाग के जगमोहन पाल, समाज सेवक अरुण कुमार गुप्ता, शंकर दयाल आदि को जागरूकता लाने को जोड़ा है।

धर्मनगरी में आने वालों पर एक नजर

प्रतिदिन श्रद्धालु आते : 20-25 हजार।

प्रतिमाह अमावस्या पर : 2.50 लाख।

दीपावली व अषाढ़ी अमावस्या : 15 से 20 लाख।

विदेशी सैलानी प्रतिमाह : 40 से 50 के बीच।

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''सफाई पर केंद्र सरकार का लगातार फोकस है। मंदाकिनी में चार नाव के साथ आधा दर्जन मजदूर लगे हैं। नियमित स्वच्छता में दुकानदारों व स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी का अहसास कराने से बेहतरी आएगी। - विशाख जी., जिलाधिकारी चित्रकूट।


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