मंदाकिनी तट पर काशी दर्शन और लेजर शो बना आकर्षण
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जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अध्यात्म और पर्यटन केंद्र चित्रकूट के साथ एक और नया अध्याय जुड़ गया है। मंदाकिनी तट पर काशी की तर्ज पर गंगा आरती के साथ लेजर शो का ट्रायल आकर्षण बन रहा है। प्रतिदिन शाम पांच से रात नौ तक के चार घंटे श्रद्धालुओं और आसपास के लोगों में इस नजारे को निहारने की ललक गजब की होती है। मंदाकिनी की जलराशि पर लेजर लाइटें सूर्य रश्मि सी चमकती हैं। शाम के समय रामघाट पहुंचने वालों के लिए यह बड़ा आकर्षण दोबारा आने के लिए विवश करने को काफी है।
देवोत्थान एकादशी से वाराणसी की तर्ज पर शुरू हुई मंदाकिनी आरती में प्रतिदिन 11 हजार रुपये खर्च आता है। इसके लिए पांच मुख्य पुरोहित रखे गए हैं। वेदपाठी छात्रों को भी बुलाया जाता है। बाकी आरती करने वालों की भीड़ आकर्षण बढ़ाती है। भविष्य में 11 आरती दीप एक साथ लेकर आरती होगी। जिला प्रशासन ने इसमें यजमान बनने का फार्मूला भी लागू किया है। कोई भी व्यक्ति अपनी इच्छा के मुताबिक यजमान बन सकता है। मत्यगजेंद्रनाथ स्वामी मंदिर में भस्म आरती आकर्षण को और बढ़ा देती है।
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फरवरी से बढ़ेगा आकर्षण
राम घाट मंदाकिनी तट पर फरवरी से फसाड़ लाइट (रंग-बिरंगी लाइटों का समूह होता है, जो जलराशि पर अलग-अलग रंग बिखेरती है) और लेजर शो की विशेषता पूरी तरह से दिखने लगेगी। फुट ओवरब्रिज की शुरुआत हो जाएगी, जिससे राम घाट के दोनों तट पर आवाजाही में आसानी होगी। लेजर शो के आकर्षण
-मंदाकिनी तट के राम घाट पर मठ-मंदिरों में अलग-अलग लाइटिग।
-जलराशि पर पड़ने वाली किरणों के कारण इंद्रधनुषी रंग उभरते।
-नाव पर बैठकर मनोहारी दृश्य का नजारा लेने का भी इंतजाम।
-शाम ढलने के बाद फूलों से सजी नौकाओं पर नौकायन।
-बिजली खंभों पर स्ट्रिप लाइटिग पर अब होगा विशेष फोकस।
-मध्यप्रदेश को जोड़ने वाले रपटे के पास लगातार चलता फव्वारा।
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पर्यटकों और श्रद्धालुओं को शाम पांच से रात दस बजे तक राम घाट तीर्थ क्षेत्र पर रोकने के लिए विशेष आकर्षण तैयार किए जा रहे हैं। पर्यटन विभाग इस पर काम कर रहा है। मंदाकिनी तट पर आकर व्यक्ति मानसिक शांति महसूस कर सकेगा।
-शेषमणि पांडेय, जिलाधिकारी चित्रकूट।