चित्रकूट में सीबीआइ के सर्विलांस पर निलंबित जेई का मोहल्ला, विभागीय अफसर और कर्मी
जागरण संवाददाता चित्रकूट 50 से अधिक बच्चों के यौन शोषण के मामले में सीबीआइ के चंगुल मे
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : 50 से अधिक बच्चों के यौन शोषण के मामले में सीबीआइ के चंगुल में फंसे सिंचाई विभाग के निलंबित जेई रामभवन का जाल विभाग और उसके मोहल्ले में भी फैला है। सीबीआइ भी यह मानकर कदम आगे बढ़ा रही है। मोहल्ले और विभाग के साथ ही कई अफसरों व कर्मियों को टीम ने अपने सर्विलांस पर लिया है। शनिवार को सीबीआइ टीम कार्यालय और मोहल्ले में जांच करती रही। कई लोगों से पूछताछ भी की। रामभवन के रैकेट के दूसरे चेहरे अभी सामने नहीं आए हैं, जिनकी सीबीआइ तलाश में है।
सीबीआइ को अभी भी अन्य लैपटॉप और इलेक्ट्रानिक डिवाइस की तलाश है, जिनसे आरोपित जेई के कई राज बाहर आ सकते हैं। जेई को जब सीबीआइ ने दबोचा तो उससे 12 मोबाइल, दो लैपटॉप समेत कई इलेक्ट्रानिक डिवाइस बरामद की थीं। इनके जरिए टीम 679 अश्लील फोटो और 34 वीडियो बतौर साक्ष्य जुटा चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, अभी और वीडियो हैं, जो रामभवन ने वेबसाइट पर अपलोड किए थे। ये किसी दूसरे लैपटॉप और इलेक्ट्रानिक डिवाइस में हैं, जो आरोपित जेई के किसी नजदीकी के पास हैं। यह नजदीकी विभाग या आरोपित के मोहल्ले शोभा सिंह के पुरवा में हो सकता है। इसलिए सीबीआइ टीम के सदस्य नगर में दो गेस्ट हाउस में रुके हैं। इनमें से एक सिचाई विभाग के नजदीक और दूसरा आरोपित के मोहल्ले के पास है। टीम दोनों जगह गतिविधियों पर नजर रख रही है। टीम को यह गले नहीं उतर रहा कि रामभवन 10 साल से कुकृत्य कर रहा था और विभाग व मोहल्ला में उसके नजदीकियों को भनक तक नहीं लगी।
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शोषण के शिकार बच्चों की भी तलाश
सीबीआइ के हाथ जो अश्लील फोटो और वीडियो लगे हैं, उसके आधार पर यौन शोषण के शिकार बच्चों की तलाश में टीम लगी है। गेस्ट हाउस से करीब 10 बार टीम आई-गई। सूत्र बताते हैं कि कुछ सदस्य आरोपित के मोहल्ले में भी गए थे, वहां पर बच्चों को लेकर कुछ लोगों से पूछताछ की।
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यह था मामला
चित्रकूट में सिंचाई विभाग में तैनात आरोपित निलंबित जूनियर इंजीनियर रामभवन 10 वर्षो से बच्चों का यौन शोषण करके अश्लील वीडियो बनाकर बेच रहा था। आरोपित ने 50 से अधिक बच्चों को अपना निशाना बनाया। चाइल्ड पोर्नोग्राफी की आनलाइन मानीटरिग के लिए गठित सीबीआइ दिल्ली की विशेष यूनिट (आनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूस एंड एक्स्प्लॉयटेशन प्रिवेंशन एंड इन्वेस्टीगेशन) ने गहन छानबीन के बाद आरोपित को बादा से गिरफ्तार किया था। उसके चित्रकूट स्थित आवास से करीब आठ लाख रुपये, मोबाइल फोन, वेब कैमरा, लैपटाप, पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण व सेक्स टॉय बरामद किए गए थे। इसके बाद रामभवन को निलंबित किया गया था।
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तीन ईमेल आइडी का प्रयोग करता था रामभवन
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : यौन शोषण का आरोपित निलंबित अवर अभियंता रामभवन काफी शातिर था। वह फर्जी सिम व ईमेल आइडी प्रयोग करता था। कुछ सिम व ईमेल आइडी तो उसके पास दूसरे के नाम की थी। सीबीआइ उन नामों की भी तलाश कर रही है। माना जा रहा है कि सीबीआइ रिमांड में लेकर उसके खोजने का काम करेगी। सीबीआइ को रिमांड मिलने के बाद और भी कई चेहरे सामने आएंगे। सूत्र बताते है कि रामभवन तीन ईमेल आइडी का प्रयोग करता था उसके पास कई मोबाइल नंबर भी थे। एक नंबर से वह सभी से बात करता था लेकिन दो नंबर ऐसे थे जो गोपनीय थे उसके साथियों के पास है। वह उन्हीं नंबर से घिनौने कार्य को लेकर बात करता था. सूत्र बताते हैं कि आरोपित की ईमेल आइडी में विजय नाम जुड़े है। जो सीबीआइ के लिए उत्सुकता का विषय बना है। उसकी तफ्तीश में टीम लगी है। माना जा रहा है कि रिमांड मिलने पर ही इस नाम का राज खुलेगा।