डकैत बबुली के चंगुल से भागा अपहृत किसान
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए चुनौती बने साढ़े पांच
जागरण संवाददाता, चित्रकूट :
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए चुनौती बने साढ़े पांच लाख रुपये के इनामी अंतराज्यीय डकैत बबुली कोल के चंगुल से अपहृत किसान भाग निकला। वह रविवार को मझगवां थाने पहुंचा। सतना के धारकुंडी क्षेत्र से झकौरा निवासी लालमन उर्फ लल्लू चौधरी का अपहरण बबुली ने दो दिन पहले किया था और 25 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। किसान की तलाश में एसपी सतना व एसपी चित्रकूट पुलिस बल के साथ लगातार जंगलों में कांबिंग कर रहे थे। किसान के सकुशल छूटने पर दोनों प्रदेशों की पुलिस ने राहत की सांस ली।
किसान से पूछताछ करने आला अधिकारी थाने पहुंचे। लालमन ने बताया कि वह शुक्रवार रात हरसेड़ा गावं के बाहर वह ट्यूबवेल पर सो रहा था। तड़के करीब तीन बजे कुत्तों के भौंकने की आवाज पर ट्यूबवेल की कोठरी से बाहर निकलकर देखा तो चार-पांच लोग असलहे लेकर उसकी तरफ आगे बढ़े। एक ने खुद को डकैत बबुली कोल बताया। असलहाधारी उसे लेकर 15-16 किलोमीटर पैदल मार्कण्डेय जंगल पहुंचे। दिनभर इधर से उधर घुमाते रहे। उसके बाद पुत्र का मोबाइल नंबर लेकर फिरौती मांगी। डकैत रात में एक गुफा के अंदर ले गए और जमीन पर लेटा दिया। रविवार तड़के करीब 2.30 बजे जब सभी डकैत सो गए तो वह मौका पाकर भाग निकला। इस दौरान उसे ट्रेन की आवाज सुनाई पड़ी तो उसी तरफ जंगल व पहाड़ के बीच होकर भागा। कुछ घंटे बाद डुडौली गांव पहुंचने पर बाइक सवार से लिफ्ट लेकर मझगवां आया और वहां से परिजन को लेकर थाने पहुंचा।
-----
घटना में संदेह, सोते नहीं डकैत
किसान की बताई कहानी पुलिस के गले नहीं उतर रही है। इससे पहले डकैत बबुली के चंगुल से छूटकर आए अपहृत लोगों ने पुलिस को यही जानकारी थी कि एक साथ सभी डकैत कभी नहीं सोते हैं। एक के बाद एक बारी-बारी पहरा देते हैं। करीब 30-35 किलोमीटर जंगल में नंगे पांव चले किसान को कहीं खरोंच नहीं आना भी संदेह बढ़ाता है। एसपी सतना का कहना है कि पूछताछ की जा रही है। डकैतों को घेरने की रणनीति बनाने के साथ आगे की कार्रवाई होगी।