ग्रामीण क्षेत्र में अभी भी खाद्यान्न की हो रही कालाबाजारी
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : सरकार राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने में लगी है लेि
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : सरकार राशन वितरण प्रणाली को पारदर्शी बनाने में लगी है लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्र में कोटेदारों को मनमानी जारी है। तमाम जगह कोटेदार ग्रामीणों को खाद्यान्न नहीं देते हैं और शिकायत करने पर विभागीय अधिकारी सिर्फ लीपापोती करते हैं। ऐसे ही मामला ग्राम पंचायत कादरगंज का सामने आया है यहां के कोटेदार ने तमाम उपभोक्ताओं को अप्रैल माह का खाद्यान्न नहीं दिया। जब उन्होंने इसकी शिकायत की तो जांच के नाम पर पूर्ति निरीक्षक ने लीपापोती कर दी। अब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत शासन में की है और जांच के बगैर मई माह का वितरण न करने की मांग की है।
कादरगंज निवासी वासदेव, कल्लू ¨सह, भोला, रामसिया, सोमनाथ, कल्पना, आशा ¨सह, राजाबाई, मिन्ता देवी व हेमा देवी आदि तमाम ग्रामीणों का कहना है कि करीब छह माह से उनको कोटेदार योगेंद्र ¨सह ने खाद्यान्न नहीं दिया है और उपभोक्ताओं को परेशान करता है। अप्रैल माह का भी जब उन्हें खाद्यान्न नहीं दिया गया तो उन्होंने इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों से की थी। ग्रामीणों ने बताया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद कोटेदार के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई। अब कोटेदार सभी को मई माह के वितरण के लिए बुला रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वह विभागीय अधिकारियों से मिल गया है अभी उनके राशन कार्ड में किसी प्रकार की खाद्यान्न सामग्री नहीं चढ़ी है लेकिन इस माह के वितरण में वह सभी राशन कार्ड में पिछला वितरण भी दर्शा देगा। ऐसे में पहले पूर्व के वितरण की जांच करा ली जाए। फिर इस माह का वितरण किया जाए। उन्होंने बिना जांच के वितरण पर रोक लगाने की मांग की है। जिला पूर्ति अधिकारी डीआर यादव ने कहा कि अभी ग्रामीणों ने मामला संज्ञान में दिया है उसकी जांच कराते हैं। वैसे अगर अप्रैल का खाद्यान्न नहीं मिला था तो और पहले बताना चाहिए था। पूरे मामले की जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी।