पाठा में ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना भरोसेमंद साथी
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जागरण संवाददाता, चित्रकूट : मानिकपुर तहसील के पाठा इलाके में ऊंचाडीह गांव स्थित ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अब लोगों के इलाज का भरोसेमंद साथी बन चुका है। बिना डॉक्टर व पर्चा आनलाइन विशेषज्ञ चिकित्सकों से उपचार परामर्श मुहैया होने से बेहतरी आई है। केंद्र पर दो दर्जन से अधिक बीमारियों की जांचें भी मुफ्त होने लगी हैं। इससे निकट भविष्य में और बेहतरी आने के आसार हैं।
सीएमओ डॉ विनोद कुमार यादव ने बताया कि ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से अपोलो अस्पताल हैदराबाद, दिल्ली तक बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श मिलना आसान हो गया है। टेलीमेडिसिन सेंटर तक पहुंचने वाले मरीजों को फायदा मिलने से खुशी है। इमरजेंसी के लिए दो बेड वाले अस्पताल में एक फार्मासिस्ट, एक नर्स व लैब टेक्नीशियन की भी तैनाती की गई है। यह जांचें होती निश्शुल्क
हाईटेक ई-प्राथमिक सवस्थ्य केंद्र पर ईसीजी, फाइलेरिया, बलगम, हीमोग्लोबिन, टायफाइड, डेंगू, मलेरिया, कालाजार, एचआइवी, प्रेगनेंसी, पेशाब, ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर समेत दो दर्जन जांचें। ऐसे होता इलाज
ई-पीचएसी ऊंचाडीह के प्रभारी चेतन तिवारी ने बताया कि इलाज के लिए मरीज का पंजीयन आधार कार्ड के आधार पर होता है। संबंधित मरीज का हेल्थ कार्ड बनाकर उसमें वजन, ब्लड प्रेशर नोट करते हैं। इसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से हैदराबाद में बैठे चिकित्सक को मरीज परेशानी बताते हैं। जरूरत पर जांच कराकर चिकित्सक को भेजी जाती है। इसके बाद जरूरी दवाएं लिखी जाती हैं, जो फार्मासिस्ट के कंप्यूटर पर आने पर संबंधित को दी जाती हैं। ऊंचाडीह निवासी गुलाब ने बताया कि उनको बुखार और सीने में दर्द की शिकायत थी पर इलाज मिल गया। वहीं, मीना ने बताया कि जोड़ों में दर्द पर परामर्श के बाद ई-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवा मिल गई। मानिकपुर या जिला अस्पताल की दौड़ नहीं लगानी पड़ी। इनका कहना है
ई-पीएचसी व सीएचसी के माध्यम से इलाज में बेहतरी लाई गई है। स्वास्थ्य कर्मियों व अफसरों को मेहनत से काम करने की नसीहत दी गई है। जल्द और इंतजाम ठीक होंगे।
-शेषमणि पांडेय, डीएम चित्रकूट।