मंदाकिनी की शुचिता में नगर पालिका का ग्रहण
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : माता सती अनुसुइया के तप बल से अवतरित पतित पावनी मंदाकिनी इन दिनों
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : माता सती अनुसुइया के तप बल से अवतरित पतित पावनी मंदाकिनी इन दिनों प्रदूषण से कराह रही है। प्रदूषण से पटी मंदाकिनी के लिए यदि कोई जिम्मेदार है तो वह नगर पालिका है जिसके एक दर्जन नाले सीधे नदी में गिर रहे हैं। हालांकि नदी की दुर्दशा देख हर कोई व्यथित है लेकिन प्रशासन है कि ध्यान नहीं दे रहा है।
इन दिनों नगर में स्वच्छ सर्वेक्षण चल रहा है लेकिन मंदाकिनी के प्रति कोई भी गंभीर नहीं दिखता। आलम यह है कि मंदाकिनी पूरी तरह से प्रदूषण से पटी है। नगर पालिका के सीधे गिरते एक दर्जन नाले प्रति दिन हजारों किलोलीटर गंदा पानी नदी में गिरा रहे हैं। कर्वी नगर के 11 और सीतापुर कस्बे का एक नाला अभी भी नदी में गिर रहे है सीतापुर में तो सीवरेज बन चुका है लेकिन अभी बूढ़े हनुमान जी के पास के एक नाले को सीवरेज में जोड़ा नहीं गया है। वैसे इनका स्थायी समाधान नगर में बिना कर्वी सीवरेज प्लान के नहीं होना है लेकिन नगर पालिका नदी में गिर रही गंदगी को साफ तो कर सकता है वह भी वह नहीं कर रहा है। जिससे नदी को देखकर लोगों का मन द्रवित हो जाता है। बता दें कि इस साल कम बारिश के कारण नदी का जल स्तर काफी कम है। बहाव न होने से नदी को लाल रंग की घास ने आच्छादित कर दिया है। जिससे निर्मल अविरल मंदाकिनी में गंदगी ही नजर आती है। जबकि इसी के पानी से जिला मुख्यालय व सीतापुर सहित आसपास के दर्जनों गांवों की प्यास बुझती है।
पुल में नहीं लगा जाल
मंदाकिनी में पुल से फेंकी जाने वाली पूजन सामग्री व कचरे को रोकने के लिए दो साल पहले जाल लगाने का निर्णय लिया गया था लेकिन अभी तक पुल में जाल नहीं लगाया गया है। जिससे लोग आज भी नदी में पूजना सामग्री के साथ कचरा फेंकते हैं। वैसे पुल घाट में नदी को साफ स्वच्छ बनाने के लिए कुछ समाजसेवी संस्थाओं ने काफी प्रयास किया लेकिन सरकारी उदासीनता से बार-बार साफ की जा रही नदी फिर गंदी हो जाती है।
'पुल में जाल की स्वीकृति को जिलाधिकारी के पास प्रपोजल पड़ा है। संभावना है कि इस माह के अंत कर जाल लग जाएगा। वही नदी सफाई के लिए नगर पालिका स्थायी नाव की व्यवस्था करेगी। जो लगातार सफाई करेगी। वैसे जुगाड़ मशीन का भी इंतजाम किया जा रहा है।'
संतोष राठौर (अवर अभियंता नगर पालिका कर्वी)