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निखरेगी बेटियों की मेधा, ख्वाब होंगे साकार

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ख्वाब पूरा होगा और बेटियों की मेधा

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Oct 2018 10:17 PM (IST)Updated: Sun, 28 Oct 2018 10:17 PM (IST)
निखरेगी बेटियों की मेधा, ख्वाब होंगे साकार

जागरण संवाददाता, चित्रकूट : अब बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का ख्वाब पूरा होगा और बेटियों की मेधा भी निखरेगी। इस दिशा में एक नवंबर से सामूहिक कदम बढ़ाए जाएंगे। इसके तहत कई महकमे मिलकर बेटियों को बेटों के समान सुविधाएं मुहैया कराएंगे। उनको समाज में बराबरी का दर्जा दिलाया जाएगा तो गिरते ¨लगानुपात पर लगाम लगाई जाएगी। प्रथम चरण में बुंदेलखंड समेत सूबे के 35 जिलों में टास्क फोर्स गठित की गई है। यह टीमें नवंबर के पहले सप्ताह से जमीनी स्तर पर कार्य करने लगेंगी।

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टास्क फोर्स करेगी यह काम

- बेटियों की समस्याएं दूर कर बेटों की तरह सुविधा व मदद।

- शिक्षण संस्थानों में बेटा और बेटी में समानता का संदेश।

- बेटियों को आगे ले जाने के लिए सहायक पहल पर काम।

- स्कूल, कॉलेज, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र में मिलेगा प्रोत्साहन।

- एएनएम द्वारा बेटी को आगे बढ़ाने को महिलाओं की काउंसि¨लग।

- बेटा-बेटी को समान अवसर देने को अभिभावकों की काउंसि¨लग।

- भ्रूण हत्या रोकने, कानून को सख्ती से लागू कराने में भूमिका। क्या कहते हैं अधिकारी

नवंबर के प्रथम सप्ताह में डीएम जिला व ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स के साथ बैठक कर खाका तय करेंगे। सभी विभागों के बीच सामंजस्य स्थापित कर योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। डीएम खुद इसकी मानीट¨रग करेंगे।

-राम बाबू विश्वकर्मा, जिला प्रोबेशन अधिकारी व नोडल अफसर चित्रकूट भ्रूण हत्या रोकने संग बेटियों की पढ़ाई, सुरक्षा, आत्मनिर्भरता, स्वरोजगार समेत अन्य ¨बदुओं पर टास्क फोर्स काम करेंगी। इससे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना को गति मिलेगी।

- विशाख जी., जिलाधिकारी चित्रकूट।

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यह जिले किए गए शामिल

बुंदेलखंड के चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, झांसी, ललितपुर, इलाहाबाद, जौनपुर, बदायूं, पीलीभीत, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, लखनऊ, गोरखपुर, उन्नाव, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया व इटावा समेत 35 जिले। जिला स्तरीय टास्क फोर्स

सीडीओ, एसपी, सीएमओ, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला कार्यक्रम अधिकारी, समाज कल्याण अधिकारी, जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी, सीएमएस, डीआइओएस, बीएसए, जिला सूचना अधिकारी, श्रम प्रवर्तन अधिकारी, आरटीओ या एआरटीओ, डीपीआरओ। ब्लॉक स्तर पर यह अधिकारी

बीडीओ, बाल विकास परियोजना अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी, अधीक्षक प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण, सहायक विकास अधिकारी कृषि व सभी थानों के प्रभारी।


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