प्रसूता की मौत, घंटों स्ट्रेचर पर पड़ा रहा शव
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिला अस्पताल में मंगलवार को एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई। प्रसू
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : जिला अस्पताल में मंगलवार को एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई। प्रसूता की मौत के बाद घंटों स्ट्रेचर पर शव रखा रहा। कई बार गुहार लगाने के बावजूद गरीब आदिवासी को सरकारी शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया। अंत में वह निजी वाहन से शव लेकर गया। परिवारीजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
मानिकपुर क्षेत्र के रानीपुर गिदुरहा निवासी सोनू की पत्नी हीरामनी (24) को पांच दिन पहले प्रसव पीड़ा पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर भर्ती कराया गया था। प्रसव के बाद खून की कमी होने के कारण डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे उसकी मौत हो गई। अस्पताल के स्टाफ के कहने पर परिवारीजन ही स्ट्रेचर पर रखकर शव वार्ड से बाहर लाए। सोनू ने गरीबी का हवाला देकर सरकारी शव वाहन मांगा पर किसी का दिल नहीं पसीजा। कई घंटे स्ट्रेचर पर शव रखकर वह वाहन का इंतजार करता रहा। इसी बीच अस्पताल के एक कर्मचारी ने स्ट्रेचर खाली करने को भी कह दिया। इस पर निजी वाहन से उसका शव ले जाया गया। परिवारीजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही से ही प्रसूता की जान गई। है। वहीं सीमएमएस डॉ. आरके खरे ने बताया कि अस्पताल का शव वाहन खराब था। सुधार के लिए महोबा भेजा गया है। स्टाफ ने अगर किसी के साथ अभद्रता की है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।