सब रजिस्ट्रार कार्यालय में सुविधा शुल्क को लेकर हंगामा
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को मुख्यमंत्री ने भले ही सीधे बर्खास्त
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी को मुख्यमंत्री ने भले ही सीधे बर्खास्त करने का फरमान सुनाया है लेकिन जनपद में अभी भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जिसकी बानगी सोमवार को सब रजिस्ट्रार कार्यालय में देखने को मिली। जब रजिस्ट्री कराने आए जमीन मालिकों से विभाग में फीस से अधिक वसूली की जा रही थी। लोगों ने इसको लेकर हंगामा किया और जिलाधिकारी से भी शिकायत की। डीएम ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है जांच कराई जा रही है और कार्यवाही की जाएगी।
रजिस्ट्री कार्यालय में अक्सर फीस से अधिक शुल्क वसूलने की बात सामने आती रही है जिसको लेकर गत दिनों जिलाधिकारी विशाख जी ने भी सब रजिस्ट्रार कार्यालय का निरीक्षण किया था और सीसीटीबी कैमरा लगाने के निर्देश दिए थे लेकिन अभी तक न कैमरे नहीं लगे हैं। इतना जरुर है कि रिश्वतखोरी की बात खुलकर सामने आने लगी है। सोमवार को दरसेड़ा निवासी रामप्रताप पुत्र चुनकू अपनी पत्नी लल्ली के नाम एक बैनामा कराने आए थे। उनसे शुल्क के रुप में 14600 रुपए लिए गए लेकिन बाद में रजिस्ट्री रसीद सिर्फ नौ हजार रुपए की दी गई। जिसमें पर उन्होंने हिसाब मांगा तो उनके साथ सब रजिस्ट्रार ने अभद्रता की। जिसकी शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी से की। डीएम ने तत्काल अपर जिलाधिकारी विजय नारायण पांडेय और सहायक महानिरीक्षक निबंधन उमेश चंद्र गुप्ता को जांच के लिए भेजा। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया और सब रजिस्टार विजय लक्ष्मी यादव पर रजिस्ट्री शुल्क से अधिक रुपए लेने का आरोप लगाया। एडीएम के सामने भी सब रजिस्ट्रार ने लोगों को जमकर भला बुरा कहा। जिस पर एडीएम ने उन्हें शांत कराया और बाहर आकर लोगों के बयान दर्ज किए। लोगों का कहना था कि कार्यालय में दिन भर दलालों का जमावड़ा रहता है जिस कारण सीसीटीबी कैमरे नहीं लगवाए जा रहे हैं। प्रत्येक रजिस्ट्री में सुविधा शुल्क के नाम पर हजारों रुपए लिए जाते हैं।
उधर, जिलाधिकारी ने कहा कि रजिस्ट्री में पारदर्शिता लाने के लिए पहले ही रजिस्ट्री कार्यालय में सीसीटीबी कैमरे लगाने के निर्देश दिए थे। आज भी उनके पास शिकायत आई है जिसकी जांच करा रहे हैं, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं एडीएम ने कहा कि लोगों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं जांच रिपोर्ट जल्द ही जिलाधिकारी को सौंपी जाएगी।