शरदोत्सव का आगाज, दिखाई नानाजी की मानव सेवा
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी रात में बुधवार को दीनदयाल शोध संस्था
जागरण संवाददाता, चित्रकूट : शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी रात में बुधवार को दीनदयाल शोध संस्थान के सुरेंद्रपाल ग्रामोदय विद्यालय खेल परिसर में राष्ट्र ऋषि नानाजी के जन्म दिन पर शरदोत्सव का आगाज हुआ। पहले दिन नानाजी की मानव सेवा दिखाई गई तो देश के जाने-माने कलाकरों ने अपना जलवा बिखेरा।
प्रभु श्रीराम की तपोभूमि के संत महंतों ने नानाजी देशमुख के निवास स्थल सियाराम कुटीर में गोयनका घाट पर मां मंदाकिनी का पूजन कर शरदोत्सव की शुरुआत की। दीन दयाल शोध संस्थान, जिला प्रशासन और संस्कृति संचालनालय मध्य प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ नया गांव चित्रकूट आचारी मंदिर के महंत युवराज बद्री प्रपन्नाचार्य महराज ने किया। उन्होंने कहा कि धर्म नगरी में नानाजी के जन्म दिवस पर शरदोत्सव हर साल होता है पर उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी। हालांकि वह हमेशा अपने कार्यों के बल पर हम लोगों के बीच हैं। चित्रकूट की भूमि में उनसे संस्कृति पुष्पित पल्लवित हुई। नानाजी का विराट व्यक्तित्व मानव सेवा के रूप में शरदोत्सव में दिखता है। डीआरआई के संगठन सचिव अभय महजन ने कहा कि सबसे बड़ी कमी अपने नानाजी का हम सबके बीच नहीं होना है। वह हमेशा हमारे मार्गदर्शक रहेंगे। पहले दिन श्रीलयम नाट्य कला समिति भोपाल के कलाकारों ने भगवान राम की लीला पर आधारित रामायणम् का मनोहारी मंचन किया। मुबई के राजेश मिश्रा ने खूबसूरत भजनों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर निर्मोही अखाड़ा के महंत ओंकारदास महराज, सीता शरण महराज, मदन गोपाल दास प्रमुख द्वार, दिगंबर अखाडा के महंत दिव्यजीवन दास, केदार नाथ ¨सह कुलपति अवधेश प्रताप ¨सह विवि रीवां, सतना सांसद गणेश ¨सह, बांदा-चित्रकूट सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा, पूर्व विधायक सुरेन्द्र ¨सह गहरवार, मयंक चतुर्वेदी, चित्रकूट विधायक चन्द्रिका प्रसाद उपाध्याय, मानिकपुर विधायक आरके पटेल, दीनदयाल शोध संस्थान के प्रधान सचिव अतुल जैन, मीडिया प्रभारी शारदा प्रसाद द्विवेदी रहे।