वायरल आडियो से खलबली: चित्रकूट में तीस हजार दो, छूट जाएंगे बालू लदे ट्रक
चित्रकूट के मऊ एसडीएम सौजन्य कुमार विकास के अर्दली फूलचंद्र ने अवैध बालू लदे ट्रक को छोडऩे के एवज में रिश्वत मांगी गई।
चित्रकूट (जेएनएन)। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जरूर छेड़ रखा है, लेकिन राज्य सरकार के कर्मचारी इसमें सहयोग देने को तैयार नहीं हैं। बालू लदे ट्रकों से प्रदेश में वसूली जारी है। चित्रकूट में आज एसडीएम के अर्दली का घूस लेने का ऑडियो वायरल हो रहा है।
चित्रकूट के मऊ एसडीएम सौजन्य कुमार विकास के अर्दली फूलचंद्र ने अवैध बालू लदे ट्रक को छोडऩे के एवज में रिश्वत मांगी गई। बालू लदे ट्रकों से वसूली की रकम मांगने का ऑडियो वायरल होने से ही प्रशासनिक महकमे में हलचल मच गई। अवैध बालू लदे ट्रक से उसको छोडऩे के एवज में 20 हजार रुपये मांगने का आरोप लगा है। इसके साथ ही साथ में ट्रक चालकों को बंधक बनाने की बात भी कही जा रही है। अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। ट्रक मालिक डीएम तथा एसपी से शिकायत करने पहुंच रहे हैं। वह तो रायबरेली के रहने वाले हैं।
अफसरों से लेकर कर्मियों तक में चर्चाएं तेज रहीं, वहीं सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ी। आडियो में बात किससे हो रही है, यह तो स्पष्ट नहीं लेकिन, आरोप मऊ एसडीएम के अर्दली पर आरोप लगे हैं। उसी को इंगित करते हुए आडियो वायरल किया गया है। एसडीएम मऊ ने आरोपों को बेबुनियाद बताया। कहा कि शुक्रवार तड़के मऊ इलाके में बालू लदे दो ट्रक सीज होने के बाद दबाव बनाने के लिए आरोपितों ने साजिश रची है। उधर, डीएम ने मामले में जांच कमेटी गठित कर दी है। एडीएम वित्त व राजस्व की तरफ से जारी पत्र के मुताबिक प्रथम ²ष्टया एसडीएम के अर्दली फूलचंद्र व चालक संदीप की संलिप्तता सामने आ रही है। अर्दली व चालक को फौरन जिला मुख्यालय से संबद्ध किया गया है। एडीएम खुद जांच कर कार्रवाई करेंगे।
वायरल आडियो में खुद को मैनेजर बताते हुए एक शख्स ने सीज बालू लदे ट्रकों को छोडऩे की सिफारिश में किसी को फोन किया। वह बताता है कि ट्रक मालिक एक पुलिस वाले के हैं जो कि रायबरेली में तैनात है। जिस व्यक्ति से बात हो रही है, उसे एसडीएम मऊ सौजन्य कुमार विकास का अर्दली फूलचंद्र बताते हुए आडियो वाट्सएप ग्रुपों में वायरल किया गया है। इसमें ट्रक छोडऩे के लिए 30 हजार रुपये की मांग की गई है। यह भी कहा गया कि एक ट्रक पर 15 हजार रुपये देने पर काम जारी रखा जा सकता है। आडियो वायरल करने वाले का आरोप है कि बात नहीं बनने पर दोनों ट्रक चालकों को तहसील में बंधक बना लिया गया। सूचना पर यूपी-100 पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को छुड़वाया।
वायरल आडियो के प्रमुख अंश
फोन करने वाला : क्या हाल है बंटू।
फोन उठाने वाला : गाड़ी को मऊ की तरफ ले जा रहे हैं।
फोन करने वाला : एसडीएम साहब हैं गाड़ी में, बात कराओ उनसे, साहब को फोन दो।
फोन उठाने वाला : यह लो साहब के साथ हैं, इनसे बात कर लो।
फोन करने वाला : भइया कुछ देख लो, साहब से बात कर लो।
कर्मचारी : हम गाडिय़ों को मऊ ले जा रहे हैं। पौन घंटे में इसे मऊ पहुंचा देंगे। इस दौरान आप देख लीजिए, साहब से बात कर लीजिए। मऊ तक धीरे-धीरे गाड़ी ले जाएंगे। इस दौरान बात कर लो।
फोन करने वाला : किससे बात करें।
कर्मचारी : आपके पास एसडीएम का नंबर हो तो बात कर लो। बाकी हम नहीं जानते।
फोन करने वाला : एसडीएम साहब का नंबर हमको दीजिए, स्टाफ की बात है, समझ लीजिए।
कर्मचारी : तीस हजार से कम में काम नहीं बनने वाला, नंबर हमारे पास नहीं है एसडीएम साहब का। अभी हम आगे गाड़ी एक होटल में खड़ी करेंगे। वहां पर एसडीएम साहब से बात करा सकते हैं।
फोन करने वाला : जी ट्रक ड्राइवर से बात करा दीजिए।
कर्मचारी : आप ट्रक मालिक बोल रहे हैं।
फोन करने वाला : नहीं हम मैनेजर हैं।
कर्मचारी : आप कोई भी हो, ढाबे के पास बात करवा देंगे। गाड़ी छुड़वा लीजिए। बाद में हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है।