उभरने लगे पुराने मर्ज, सताने लगी विभागीय कार्यों की चिता
?????? ????? ?? ????? ???? ?? ??????? ?????? ??? ??? ??????????-??????????? ?? ?????? ???? ????? ??? ???? ?????????? ??????? ??????? ?? ????? ?? ?? ????? ??? ???? ??????? ????? ?????? ?? ????? ???? ?? ???? ??? ?? ???? ??? ??? ???? ??????? ????? ?? ??????? ??? ???? ?????? ????? ?? ???????? ?? ?? ??????? ?????? ?? ????? ???? ??????
जागरण संवाददाता, चंदौली : लोकसभा चुनाव का बिगुल बजते ही ड्यूटी में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों के पुराने मर्ज उभरने लगे हैं। महत्वपूर्ण विभागीय कार्यों की चिता भी अब सताने लगी हैं। काíमक चुनाव ड्यूटी से मुक्त होने को तमाम तरह के जुगत लगा रहे हैं। हालांकि सीएमओ के नेतृत्व में गठित मेडिकल बोर्ड की संस्तुति पर ही काíमक ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा।
अंतिम चरण में होने वाले मतदान को सकुशल संपन्न कराने को जिले में करीब 10 हजार मतदान काíमकों की ड्यूटी लगाई गई है। इसमें करीब चार हजार काíमक रिजर्व में रखे जाएंगे। काíमकों के चुनाव दायित्वों के निर्धारण की प्रक्रिया अभी शुरू भी नहीं हुई है। लेकिन अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी से बचने की जुगत में लग गए हैं। कोई पुराने मर्ज का बहाना लेकर पहुंच रहा है तो कइयों को विभागीय कार्यों की चिता सताने लगी है। काíमक रोग के चलते चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जाहिर कर रहे हैं। वहीं चुनाव ड्यूटी में फंसने से विभागीय कार्यों के समय से न पूरा होने का हवाला भी दे रहे। हालांकि आयोग के सख्त रूख के आगे काíमकों की दलीलें नहीं टिकेंगी। जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल ने मतदान काíमकों के आवेदनों के सत्यापन व परीक्षण को मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया है। सीएमओ के नेतृत्व में गठित मेडिकल बोर्ड बीमारी के चलते छुट्टी को आवेदन करने वाले मतदान काíमकों का परीक्षण करेगी। बोर्ड की संस्तुति के बाद काíमकों को चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा।
--------------------------
वर्जन :
सीएमओ के नेतृत्व में मेडिकल बोर्ड का गठन कर दिया गया है। बीमारी के चलते चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने को आवेदन करने वाले मतदान काíमकों का बोर्ड परीक्षण करेगा। बोर्ड की संस्तुति पर ही ड्यूटी से मुक्त किया जाएगा।
डा. एके श्रीवास्तव, मतदान काíमक प्रभारी