श्रृद्धाभाव से लोगों ने हवन कुंड में दी आहुति
भीषमपुर गांव में गायत्री परिवार द्वारा आयोजित प्रज्ञा पुराण कथा व नौ कुंडीय महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार को यज्ञसंस्कार हवन की धूम मच गई। यज्ञ पंडाल में गायत्री माता की मूर्ति स्थापित कर परिवार समाज व देश शांति के लिए लोगों ने श्रद्धा भाव से हवन कुंड में आहुति दी। कथा का रसपान कर लोगों ने नशामुक्ति का संकल्प लिया।
जासं,चकिया (चंदौली) : भीषमपुर गांव में गायत्री परिवार द्वारा आयोजित प्रज्ञा पुराण कथा व नौ कुंडीय महायज्ञ के दूसरे दिन गुरुवार को यज्ञ, संस्कार, हवन की धूम रही। यज्ञ पंडाल में गायत्री माता की मूर्ति स्थापित कर परिवार, समाज व देश शांति के लिए लोगों ने श्रद्धा भाव से हवन कुंड में आहुति दी। कथा का रसपान कर लोगों ने नशामुक्ति का संकल्प लिया।
प्रज्ञा पुराण कथा का रसपान कराते हुए कथा वाचक अनिल सिंह ने कहा अध्यात्म के अनुसरण से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है। गायत्री मंत्र का जप कामधेनु जैसा समृद्धशाली है। कहा गायत्री पूजन, जप व हवन में स्त्रियों का भी उतना ही अधिकार है जितना पुरुषों का। सभी को समान स्तर व समान अवसर मिलना चाहिए। प्राचीन काल में अनेक महिलाओं ने गायत्री पूजन कर महान कार्य किया है। इनमें से अरुंधति, विद्योत्तमा, गार्गी, मांडवी, अनसुइया, मैत्रेई आदि ने अपने जप, तप के बल पर अध्यात्म जगत व समाज को नई दिशा देने का कार्य किया। महायज्ञ के दौरान पुंसवन संस्कार से लेकर विद्यारंभ, उपनयन संस्कार कराए गए। शिवरतन गुप्ता, अमित श्रीवास्तव, बजरंगी श्रीवास्तव, विनीत प्रजापति, जमुना पाल, सीमा देवी, शिव जनम जायसवाल, प्रदीप जायसवाल आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।