Move to Jagran APP

बुद्धू .. औरों की ¨जदगी नहीं होगी वीरान, हेलमेट बचाएगा जान

बुद्धू की दीपावली वीरान हो गई। उनकी खुशियों पर मौत ने ऐसा झपट्टा मारा कि एक पल में सबकुछ तहस-नहस हो गया। युवा पुत्र को हादसे में हुई हेड इंज्यूरी ने छीन लिया। हेलमेट होता तो ¨जदगी-मौत के बीच दीवार बन खड़ा हो जाता। ऐसे में खुशियों में पलक, पांवड़े बिछाए दियों के पर्व का इंतजार कर रहे परिवार को दीपावली के काउंट डाउन से मन में टीस होने लगी है। बुद्धू हादसों में सबकुछ लुटा देने वालों में एक बानगी मात्र हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Nov 2018 12:27 AM (IST)Updated: Fri, 02 Nov 2018 12:27 AM (IST)
बुद्धू .. औरों की ¨जदगी नहीं होगी वीरान, हेलमेट बचाएगा जान
बुद्धू .. औरों की ¨जदगी नहीं होगी वीरान, हेलमेट बचाएगा जान

जागरण संवाददाता, चंदौली : बुद्धू की दीपावली वीरान हो गई। उनकी खुशियों पर मौत ने ऐसा झपट्टा मारा कि एक पल में सबकुछ तहस-नहस हो गया। युवा पुत्र को हादसे में हुई हेडइंजरी ने छीन लिया। हेलमेट होता तो ¨जदगी-मौत के बीच दीवार बन खड़ा हो जाता। ऐसे में खुशियों में पलक पावड़े बिछाए दीयों के पर्व का इंतजार कर रहे परिवार को दीपावली के काउंट डाउन से मन में टीस होने लगी है। बुद्धू हादसों में सबकुछ लुटा देने वालों में एक बानगी मात्र है। वर्ष भर में 150 से ज्यादा हादसों में मौतें हुई, जो हत्या के सापेक्ष दो गुना है। औरों की ¨जदगी न हो वीरान, इसके लिए दैनिक जागरण ने शुरू किया हेलमेट अभियान ..। उपहार में दें हेलमेट, बनेगा हथियार

loksabha election banner

मौका एवं दस्तूर दोनों है। इस परंपरा को हम जान बचाने का हथियार देकर क्यों न मनाएं? ऐसा करने से किसी की दीपावली वीरान न होने पाएगी। उपहार में कारोबारी मिठाई, चांदी का सिक्का देते ही हैं, तो हेलमेट क्यों नहीं? मसलन बाइक सवार कोई खरीदार आया तो हम उसे हेलमेट की सौगात दे सकते हैं। उससे अपील भी करें कि अगली बार हमारे यहां आने को निकलें तो सुरक्षित पहुंचने के लिए हेलमेट लगाकर ही निकलें। किसी युवक के लिए आपका उपहार उसके परिवार के लिए कभी न भुलाने वाला होगा। गोल्डेन ऑवर के बाद भी नहीं टूटेगी उम्मीद

हादसों में घायलों को इलाज दिए जाने के लिए गोल्डन ऑवर एक घंटे निर्धारित है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक इस अवधि में इलाज मिलने पर अधिकांश जानें बच जाती हैं। हेलमेट के कारण सिर सुरक्षित है तो गोल्डन ऑवर की सीमा बढ़ जाएगी। ऐसे में हादसों में होने वाली मौतों का आंकड़ा कम हो जाएगा। एक आंकड़े मुताबिक हादसों में मौतों की तादाद हत्या के सापेक्ष दोगुना से ज्यादा होती है। यूं साल दर साल बढ़ा मौतों का आंकड़ा

1-वर्ष 2013 में 97

2-वर्ष 2014 में 98

3-वर्ष 2013 में 121

4-वर्ष 2016 में 131

5-वर्ष 2017 में 123

6-वर्ष 19 में अभी तक 108 सकलडीहा के कारोबारी उपहार में देंगे हेलमेट, की शुरुआत

-सीओ त्रिपुरारी पांडेय दैनिक जागरण की पहल को लेकर आगे बढ़े

-छह बाइकर्स को पहले दिन उपहार में दिए गए हेलमेट, पर्व तक चलेगा

जासं, सकलडीहा : जागरण के अभियान को लेकर सकलडीहा के कारोबारियों ने रुचि दिखाई है। बैठक में अनोखा प्रस्ताव सामने आया तो कारोबारी, उद्योगपतियों ने पलक झपकते ही हां कर दी। शुभ काम में देर न करने की तर्ज पर आगे बढ़ते हुए सीओ त्रिपुरारी पांडेय के हाथों आधा दर्जन लोगों को हेलमेट बंटवाकर शुरुआत भी कर दी। सीओ ने भी कारोबारियों, फैक्ट्री मालिकों से अपील की कि इस दीपावली महाअभियान में शामिल होकर लोगों की जान बचाने को हेलमेट के रूप में हथियार दें। शहर में घूमते मिले बाइकर्स को हेलमेट की उपयोगिता बताई। कारोबारियों ने कहा कि चांदी का सिक्का समेत कई तरह का उपहार तो हम देते ही हैं। हमें कुछ बेहतर करने का मौका मिला तो चूकेंगे क्यों? बैठक में संतोष रस्तोगी, अमित रस्तोगी, जीयूत गुप्ता, गिरधारी जायसवाल, गोपाल, कृष्णा रस्तोगी, अमित रस्तोगी, मोहन सेठ, सुनील वर्मा, विवेक गुप्ता इत्यादि कारोबारी उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.