लॉकडाउन में बुन रही सुरक्षा का ताना-बाना
महिला रेल कर्मचारी लॉकडाउन अवधि में रेल कर्मचारियों के लिए सुरक्षा कवच बनी हुई हैं। मंडल रेल प्रबंधक पंकज सक्सेना की पहल पर महिला कर्मी मास्क बनाने में शिद्दत से जुटी हुई
- वर्क फार होम में ग्रुप डी की लगभग 250 महिला रेल कर्मी बना रहीं मास्क
- महिला कर्मी को दिए जा रहे सामान, रेल कर्मियों को उपलब्ध कराया जा रहा मास्क
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : महिला रेल कर्मचारी लॉकडाउन अवधि में रेल कर्मचारियों के लिए सुरक्षा कवच बनी हुई हैं। मंडल रेल प्रबंधक पंकज सक्सेना की पहल पर महिला कर्मी मास्क बनाने में शिद्दत से जुटी हुई हैं ताकि मास्क की कमी को पूरा किया जा सके। वर्क फार होम में ग्रुप डी की लगभग 250 महिला रेल कर्मचारी इस कार्य में लगी हुई हैं।
लॉकडाउन से यात्री रेल सेवा भले ही बंद कर दी गई हो लेकिन मालगाड़ी अभी भी पटरियों पर दौड़ रही हैं। इसमें काफी संख्या में रेल कर्मचारी लगे हुए हैं। रेल कर्मचारियों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए महिला रेल कर्मी दिन रात मास्क तैयार कर रही हैं। लॉकडाउन के बाद से महिलाएं इस कार्य में लगी हैं। 250 महिला कर्मी अपने-अपने घरों में मास्क बनाने में जुटी हुई हैं। महिलाओं को मास्क बनाने में उपयुक्त होने वाले सभी सामान उपलब्ध कराए जा रहे हैं। महिलाओं द्वारा तैयार किए गए मास्क रेल कर्मचारियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं जिससे वह इस महामारी से अपना बचाव कर सकें। महिला रेल कर्मचारी नेक कार्य में जुटी हैं। डीआरएम पंकज सक्सेना ने कोरोना वायरस को लेकर चिता व्यक्त की थी। उन्होंने रेल कर्मचारियों को मास्क और सैनिटाइजर साथ रखने की बात कही थी। बाजार में मास्क और सैनिटाइजर की उपलब्धता कम होने पर डीआरएम ने लॉकडाउन में घर में बैठीं महिला रेल कर्मियों को घरों पर मास्क बनवाने की बात कही थी। फिर क्या महिलाएं मास्क बनाने में जुट गईं। वर्जन..
खाली समय में महिलाएं अपने समय का सदुपयोग कर देश हित में काम कर रही हैं। महिला रेल कर्मियों द्वारा तैयार किए गए मास्क को लॉकडाउन के बावजूद कार्य में लगे कर्मियों को दिया जा रहा है ताकि वे अपना बचाव कर सकें।
पंकज सक्सेना, डीआरएम, पीडीडीयू मंडल