सोशल मीडिया का हवाला देकर गेस्ट हाउस कांड पर यह बोले BJP प्रदेश अध्यक्ष, मचा बवाल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने बसपा मुखिया को लेकर विवादित बयान किया, हालांकि उन्होंने बयान सोशल मीडिया के हवाले से दिया, लेकिन उनके बयान पर बवाल मचा है।
चंदौली, जेएनएन। लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर समाजवादी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन पर भाजपा लगातार हमला कर रही है। चंदौली में कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री व प्रदेश प्रभारी जेपी नड्डा ने चार जिलों से आए पांच लोकसभा क्षेत्र के सेक्टर संयोजकों व प्रभारियों के साथ बैठक की।इसी दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने बसपा मुखिया को लेकर विवादित बयान दिया।हालांकि, उन्होंने बयान सोशल मीडिया के हवाले से दिया, लेकिन उनके बयान पर बवाल मचा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पाण्डेय ने गेस्टहाउस कांड को लेकर बसपा अध्यक्ष मायावती को लेकर कल आपत्तिजनक बयान दिया है। डॉ. पाण्डेय ने 1995 में हुए लखनऊ के गेस्टहाउस कांड के संदर्भ में बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है।
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के प्रभारी जेपी नड्डा की मौजूदगी में कल भाजपा नेताओं की बैठक के दौरान पाण्डेय ने कहा कि मैंने सोशल मीडिया पर देखा नौजवान ने पोस्ट कर दिया कि श्री अखिलेशजी तो मायाजी को शॉल पहना रहे हैं। नौजवान लिखता है ऐसे कि अखिलेश से पूछें कि यह वही शॉल है जिसे गेस्ट हाउस में पिताजी ने उतारा था। तो वह भी नटखट सबको उत्तर दे रहे हैं। हट नॉटी कहीं का। महेंद्रनाथ पाण्डेय 1995 में मायावती के साथ लखनऊ के गेस्ट हाउस कांड में कुछ समाजवादी नेताओं की ओर से की गई जोर-जबरदस्ती पर कोई चुटकुला सुना रहे थे, जो उन्होंने सोशल मीडिया पर पढ़ा था।
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डा.महेंद्रनाथ पाण्डेय ने कहा कि भाजपा सभी दलों के लिए चुनौती है। अखिलेश इस बार मायावती का साथ दे रहे लेकिन उन्हें नहीं पता कि वह बबुआ बनाकर छोड़ेंगी। कार्यकर्ता यह प्रण लेकर जाएं कि उन्हें अपना बूथ जीतना है। यह चुनाव पानीपत की लड़ाई के समान है। इसे जीतेंगे तो 25 वर्ष तक कोई दल नजदीक नहीं आ सकता। कहा हर बूथ पर पार्टी है, हर घर में पार्टी है, मजबूत दल है, अभियान चलाएं यही कार्यकर्ताओं के लिए मंत्र है और तंत्र है। कार्यकर्ता 80 नहीं 100 फीसद अपना बूथ जीतें।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में गठबंधन के बाद से भाजपा लगातार गठबंधन पर हमलावर है। दोनों पार्टियों के इतिहास को लेकर उनके गठबंधन पर सवाल उठाए गए हैं। इससे पहले 12 जनवरी को एसपी-बीएसपी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा था कि देशहित के लिए हमने 1995 के गेस्ट हाउस कांड को भुला दिया। हमारे लिए जनहित लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से ऊपर है। मायावती ने एसपी-बीएसपी के 38-38 सीटों पर लडऩे का ऐलान किया था। इसके साथ दो सीट अन्य दलों के लिए और अमेठी-रायबरेली की सीट को बिना गठबंधन किए इन लोगों ने कांग्रेस के लिए छोड़ा था।