कहते थे कि बिकती नहीं, अब खुद बरामद कर रहे शराब
अवैध शराब के कारोबार से इंकार करने वाली खाकी एक सप्ताह से जिले में ढूढ़-ढूढ़ कर अवैध शराब बरामद करने में जुटी है। करीब आठ से 10 लाख रुपये की शराब अब तक बरामद हो चुकी है। कोतवाली क्षेत्र के इसहुल गांव में कच्ची शराब का मिनी कारखाना पकड़े जाने के बाद तो अफसरों के पांवों तले जमीन खिसक गई। ऐसे में सवाल उठना लाजमी कि धंधा किसके संरक्षण में चल रहा था।
जासं, चकिया (चंदौली) : अवैध शराब के कारोबार से इंकार करने वाली खाकी एक सप्ताह से जिले में ढूढ़-ढूढ़ कर अवैध शराब बरामद करने में जुटी है। करीब आठ से 10 लाख रुपये की शराब अब तक बरामद हो चुकी है। कोतवाली क्षेत्र के इसहुल गांव में कच्ची शराब का मिनी कारखाना पकड़े जाने के बाद तो अफसरों के पांवों तले जमीन खिसक गई। ऐसे में सवाल उठना लाजमी कि धंधा किसके संरक्षण में चल रहा था।
सहारनपुर व कुशीनगर में जहरीली शराब से मौत के बाद आबकारी महकमे ने हांथ-पांव मारना शुरू कर दिया। छापेमारी व धरपकड़ अभियान में रोजाना कच्ची व अवैध शराब पकड़ी जा रही। लेकिन, धंधे को संचालित करने वाले सरगना अभी तक पुलिस व आबकारी विभाग की पकड़ में नहीं आ सके हैं। जनपद के सीमावर्ती इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध शराब का हब है। तस्कर सीमा पार बिहार प्रांत को लेकर जाते हैं। हालांकि, पुलिस के धरपकड़ अभियान से उनकी सामत खड़ी जरूर हो गई है। फिर भी पुलिस तस्करों का तिलिस्म नहीं तोड़ पा रही। विभिन्न थानों में शराब तस्करों के खिलाफ दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हुए। धंधे में लिप्त दो दर्जन ज्यादा आरोपितों पर कार्रवाई हुई। कुछ को तो सलाखों के पीछे भी डाला गया। पुलिस व आबकारी विभाग की संयुक्त कार्रवाई से इन दिनों अवैध शराब का धंधा कुछ मंदा हुआ है।
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वर्जन..
अवैध शराब के कारोबार पर पाबंदी को कड़ा रुख अपनाया गया है। अभियान चलाकर अवैध शराब की बरामदगी व तस्करों की धरपकड़ की जा रही है। तस्करी की शिकायत पर संबंधित थानेदार के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
संतोष कुमार ¨सह, पुलिस अधीक्षक।