पानी सूखते ही जोती जाएगी खड़ी फसल
जसुरी गांव में डीएम की 40 बीघा जमीन पर रोपा गया धान और बोई गई अरहर की फसल अब नीलाम नहीं बल्कि जोतवाई जाएगी। जिलाधिकारी नवनीत ¨सह चहल ने तहसील प्रशासन को सख्त निर्देश दिया है कि पूरी फसल पर ट्रैक्टर चलवा दें ताकि वहां कुछ दिखाई ही न दे।
जागरण संवाददाता, चंदौली : जसुरी गांव में डीएम की 40 बीघा जमीन पर रोपी गई धान और बोई गई अरहर की फसल अब नीलाम नहीं होगी। जिलाधिकारी नवनीत ¨सह चहल ने तहसील प्रशासन को सख्त निर्देश दिया है खेतों का पानी सूखते ही कि पूरी फसल पर ट्रैक्टर चलवा दें। ताकि अतिक्रमण को हटाया जा सके।
10 बीघा जमीन पर ट्रैक्टर चलाने के बाद तहसील प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि बची जमीन में धान और अरहर की फसल बोई गई है, पानी की अधिक्ता के कारण ट्रैक्टर चलवाने में दिक्कत हो रही है। फसल तैयार होने पर नीलाम करके उसका पैसा राजकोष जमा कराया जाएगा। तहसील की इस रिपोर्ट को डीएम ने बुधवार की देर शाम खारिज करते हुए तत्काल जमीन खाली कराने का निर्देश दिया। इस र्क्रम में तहसील प्रशासन ने गुरुवार को जमीन की स्थिति देखी लेकिन खेतों में पानी लगा है। इसलिए पानी सूखने का इंतजार हो रहा है। बता दें कि दैनिक जागरण ने 11 अगस्त के अंक में भूमाफियाओं ने गिरवी रख दी डीएम की 40 बीघा जमीन शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। डीएम के नाम रजिस्ट्री हुई जमीन में दो दर्जन लोगों ने धान की रोपाई और अरहर की बोआई कर दी थी। खबर प्रकाशित होते ही प्रशासन हरकत में आया और टीम गठित कर जमीन खाली करने का निर्देश दिया। लेकिन खेतों में पानी ज्यादा होने के कारण प्रशासन के लोग 10 बीघा ही जोतवा पाए थे। वहीं फसल तैयार होने के बाद उसे नीलाम करने की रणनीति बनी थी। ----
'जिलाधिकारी का निर्देश है कि जमीन को जोतवा दिया जाए। खेतों में थोड़ा पानी कम होने पर ट्रैक्टर चलवाया जाएगा। इसके लिए तैयारी कर ली गई है।
लालता प्रसाद, तहसीलदार चंदौली