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95 चिकित्सकों की टीम कोरोना की तीसरी लहर से लेगी मोर्चा

जागरण संवाददाता चंदौली कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिए चिकित्सकों की टीम तैयार

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 07:51 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 07:51 PM (IST)
95 चिकित्सकों की टीम कोरोना की तीसरी लहर से लेगी मोर्चा

जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना की तीसरी लहर से निबटने के लिए चिकित्सकों की टीम तैयार है। जिले में 95 चिकित्सक व 150 स्वास्थ्यकर्मियों को तीन बार प्रशिक्षण देकर दक्ष बनाया गया है। इसके अलावा शासन के निर्देश पर संविदा पर वार्ड ब्वाय, नर्स आदि की नियुक्ति भी की गई है। चिकित्सालयों में जांच व इलाज के लिए जरूरी इंतजाम पहले ही कर लिए गए हैं।

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कोरोना की दूसरी लहर के दौरान तमाम तरह की दुश्वारियां देखने को मिलीं। अस्पताल और चिकित्सकीय स्टाफ इसके लिए तैयार नहीं थे। उम्मीद जताई जा रही कि पहली लहर की तरह ही इसका भी प्रकोप भी होगा, लेकिन दूसरी लहर त्रासदी बनकर सामने आई। इससे स्वास्थ्य महकमे को तगड़ा झटका लगा। यहां तक कि अधूरी तैयारियों के जरिए दूसरी लहर का मुकाबला कर रहे स्वास्थ्य विभाग की खूब किरकिरी भी हुई। अस्पतालों में मरीजों के स्वजनों और चिकित्सकों से टकराव भी हुए। सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों ने भी कोरोना मरीजों को भर्ती कर इलाज करने में हाथ खड़े कर दिए। यहां तक कि जिन अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती किया, उन्होंने मनमाने तरीके से वसूली की। इसको लेकर लोगों में गहरा आक्रोश रहा। दूसरी लहर से सबक ले चुका स्वास्थ्य महकमा इस बार पहले से ही तैयार है। अस्पतालों में बेड, आक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था करने के साथ ही चिकित्सकों की टीम भी नियुक्त कर दी गई है। तीसरी लहर के दौरान बच्चों पर अधिक खतरा बताया गया। ऐसे में चिकित्सकों को बीएचयू भेजकर बच्चों के इलाज और देखभाल को लेकर ट्रेनिग दिलाई गई। इसके अलावा दो बार अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया गया है। इसमें कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के बारे में जानकारी दी गई। वहीं तीसरी लहर के दौरान मरीजों का बेहतर ढंग से इलाज करने के बाबत भी जानकारी दी गई है। सात अस्पतालों में की गई व्यवस्था

जिले के छह अस्पतालों में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमित होने वाले मरीजों को भर्ती कर इलाज के लिए अलग वार्ड बनाए गए हैं। जिला अस्पताल, जिला संयुक्त चिकित्सालय चकिया, एमसीएच (मातृ व शिशु) विग समेत चार सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों) में वार्ड बनाए गए हैं। यहां बाकायदा चिकित्सकों की ड्यूटी निर्धारित कर दी गई है। यदि तीसरी लहर का संकट गहराया तो चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी मोर्चा संभाल लेंगे। वर्तमान में नहीं मिल रहा एक भी मरीज

जिले में कोरोना का ग्राफ अपने न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका है। संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए बीएचयू भेजे जा रहे हैं, लेकिन जिला प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल कई दिनों से एक भी मरीज की रिपोर्ट पाजीटिव नहीं आई, इससे राहत है। हालांकि लोग इसको लेकर अलर्ट नहीं हो रहे। बाजारों में भीड़ उमड़ रही तो अधिकांश के चेहरे पर मास्क नहीं दिख रहे। वहीं शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा। ऐसे में जनता ही कोरोना की तीसरी लहर को दावत दे रही है।

वर्जन

कोरोना की तीसरी लहर से मुकाबला करने के लिए जिले में चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की टीम तैनात कर दी गई है। चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण भी दिलाया जा चुका है। मरीजों के इलाज में किसी तरह की बाधा नहीं आएगी।

डाक्टर विजयपति द्विवेदी, सीएमओ


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