लॉकडाउन में गलियां सूनीं, सड़कों पर पसरा सन्नाटा
जिले में लॉकडाउन का असर दिख रहा है। पिछले 12 दिनों से गलियां सूनी हैं। वहीं सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। दुकानों पर ताला लटक रहा। यहां तक कि चाय की दुकानें भी बंद हैं। लोग घरों में कैद हैं। चट्टी-चौराहों पर पुलिस का पहरा है। बेवजह घर से बाहर निकलने वाले लोग सुरक्षाकर्मियों के निशाने पर हैं। पुलिसकर्मी उन्हें खदेड़ दे रहे। विधिक कार्रवाई भी की जा रही है।
घरों में कैद हुए लोग, दुकानों पर लटक रहा ताला
लॉकडाउन ..
- जगह-जगह पुलिसकर्मियों का पहरा, हो रही निगरानी
- खदेड़े जा रहे बेवजह घर से बाहर निकलने वाले लोग
फोटो : 16 से 18 व 23
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिले में लॉकडाउन का असर दिख रहा है। पिछले 12 दिनों से गलियां सूनी हैं। वहीं सड़कों पर भी सन्नाटा पसरा हुआ है। दुकानों पर ताला लटक रहा। यहां तक कि चाय की दुकानें भी बंद हैं। लोग घरों में कैद हैं। चट्टी-चौराहों पर पुलिस का पहरा है। बेवजह घर से बाहर निकलने वाले लोग सुरक्षाकर्मियों के निशाने पर हैं। पुलिसकर्मी उन्हें खदेड़ने के साथ विधिक कार्रवाई भी कर रही है।
कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने 21 दिनों तक देशव्यापी लॉकडाउन घोषित किया है। अमूमन लोग इसका पालन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री की अपील पर जनता घरों में कैद है। हालांकि कुछ घुमक्कड़ यदा-कदा सड़कों पर दिखाई दे रहे। लेकिन उन्हें भी पुलिस का कोपभाजन होना पड़ रहा है। देश में कोरोना संक्रमित लोगों की बढ़ती तादाद ने सरकार के साथ ही आमजन को चिता में डाल दिया है। इसके चलते नगरों के साथ ही गांवों में भी लॉकडाउन का बखूबी पालन किया जा रहा है। कई गांवों को ग्रामीणों ने पूर्णतया लॉकडाउन कर दिया है। गांवों के प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिग कर बंद कर दिया है। ताकि कोई भी बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न कर सके। नगरों में भी कुछ इलाके नागरिकों की स्वेच्छा से लॉकडाउन किए गए हैं। इसके चलते चहल-पहल खत्म हो गई है।
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लॉकडाउन से घरों में कैद हुए लोग
जासं, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : देशभर में खौफ मचा रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में कैद हो गए हैं। लोगों के बाहर न निकलने के कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। नगर के किसी भी वार्ड की कोई ऐसी गली नहीं है, जहां पर सियापा न छाया हो। कुछ युवक बाहर निकल रहे हैं लेकिन पुलिस की सख्ती की वजह से वे भी अपने को घरों में रहना ही मुनासिब समझ रहे हैं।
सोशल मीडिया पर बीत रहा समय
लॉकडाउन से घरों में रहने को विवश लोगों को समय काटने में काफी दिक्कत हो रही है। हालांकि बुजुर्ग लोगों का सहारा टीवी बना हुआ है। रामायण व महाभारत देखने के साथ ही देशभर की गतिविधियों की जानकारी लेने के लिए समाचार भी देख रहे हैं। वहीं युवाओं का समय सोशल मीडिया पर बीत रहा है। महिलाएं घरों का कामकाज निपटाने में लगी रहती हैं।