पहले ही दिन चुनाव ड्यूटी कटवाने की होड़
चुनाव ड्यूटी पत्र मिलते ही मतदान कार्मिक व माइक्रो आब्जर्वर जिम्मेदारियों से मुक्त होने की जुगत में लग गए हैं। पहले दिन गुरुवार को ही कार्मिक प्रभारी के यहां करीब दो दर्जन से अधिक आवेदन पहुंचे। हालांकि जिला प्रशासन कार्मिकों के साथ नरमी बरतने के मूड में नहीं है। बीमारी का कारण बताने वालों की सेवानिवृत्ति को रिपोर्ट शासन को भेजने की मंशा है।
जासं, चंदौली : चुनाव ड्यूटी पत्र मिलते ही मतदान कार्मिक व माइक्रो आब्जर्वर जिम्मेदारियों से मुक्त होने की जुगत में लग गए हैं। पहले दिन गुरुवार को ही कार्मिक प्रभारी के यहां करीब दो दर्जन से अधिक आवेदन पहुंचे। हालांकि जिला प्रशासन कार्मिकों के साथ नरमी बरतने के मूड में नहीं है। बीमारी का कारण बताने वालों की सेवानिवृत्ति को रिपोर्ट शासन को भेजने की मंशा है।
लोक सभा चुनाव को जिले में 1533 बूथ बनाए गए हैं। 329 कार्यालयों के 10,200 मतदान कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। बैंक व केंद्र सरकार के 255 कर्मचारियों को माइक्रो आब्जर्वर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रथम रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद नौ अप्रैल को मतदान कार्मिकों व माइक्रो आब्जर्वर को ड्यूटी पत्र का वितरण किया गया था। इसके दूसरे दिन ही ड्यूटी कटवाने की होड़ लग गई। विभागीय कार्यों, दुर्घटना में घायल होने अथवा बीमारी का हवाला देते हुए चुनाव ड्यूटी से मुक्त किए जाने को करीब दो दर्जन से अधिक आवेदन सीडीओ के समक्ष पहुंच गए। कार्यालयाध्यक्षों की ओर से विभागीय कार्यों की गंभीरता को देखते हुए कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी में रियायत देने की संस्तुति की गई है। लेकिन निर्वाचन आयोग के सख्त रूख के आगे दलीलें दरकिनार हो जा रहीं। जिला प्रशासन असाध्य बीमारी के चलते चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जाहिर करने वालों की सेवानिवृत्ति को रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेगा। कार्मिक प्रभारी डा. एके श्रीवास्तव ने बताया कि चुनाव ड्यूटी से मुक्ति को दो दर्जन से अधिक आवेदन आए हैं। लेकिन किसी को चुनाव ड्यूटी से मुक्त नहीं किया जाएगा।