अधिकारियों के आदेशों की आड़ में खेल कर रहे मातहत
ट्रकों को पास कराकर मुनाफा कमाने वाले पुलिस और परिवहन विभाग के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों के मुंह खून लग चुका है। जिलाधिकारी और एसपी के आदेशों को भी ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आ रहे। बात पंचफेड़वा से अलीनगर वाया सकलडीहा मार्ग की जिसपर सुबह पांच से रात नौ बजे तक का समय बड़े वाहनों के आवागमन के लिहाज से प्रतिबंधित है।
जागरण संवाददाता, पीडीडीयू नगर (चंदौली) : ट्रकों को पास कराकर मुनाफा कमाने वाले पुलिस और परिवहन विभाग के कर्मचारी जिलाधिकारी और एसपी के आदेशों को भी ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आ रहे। बात पंचफेड़वा से अलीनगर वाया सकलडीहा मार्ग की। इस पर सुबह पांच से रात नौ बजे तक का समय बड़े वाहनों के आवागमन के लिहाज से प्रतिबंधित है। हालांकि किसानों की समस्या के मद्देनजर धान लादने और सड़क निर्माण से जुड़े ट्रकों को रियायत दी गई है। लेकिन ढील का फायदा उठाकर ओवरलोड ट्रकों को भी पास कराया जा रहा। दिन में चोरी छिपे और शाम को खुलेआम यह खेल चल रहा। इससे सड़क क्षतिग्रस्त हो रही है तो दुर्घटनाएं भी बढ़ी हैं।
ओवरलोड वाहनों ने सड़कों का कबाड़ा किया है तो पुलिस महकमे की खूब किरकिरी भी कराई है। शासन की तल्खी और आलाधिकारियों की सख्ती भी बेअसर साबित हो रही है। दरअसल घर के भेदी ही लंका ढा रहे हैं। पचफेड़वा-अलीनगर से सकलडीहा मार्ग पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं और शिकायतों के मद्देनजर जिला प्रशासन ने तड़के पांच से रात नौ बजे बड़े वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी। कुछ दिन निर्देशों का अनुपालन भी हुआ लेकिन अधिकारियों का ध्यान भटकते ही भ्रष्ट कर्मियों ने अपना तिकड़म शुरू कर दिया। शिकायतों की गंद पुलिस कप्तान तक पहुंची तो उन्होंने एक दफा फिर जिम्मेदारों की नकेल कसी। तकरीबन एक पखवाड़े से सब ठीक चल रहा था। इसी बीच किसानों की समस्या को देखते हुए धान क्रय करने वाले ट्रकों और सड़क निर्माण से जुड़े लोक निर्माण विभाग के वाहनों को आवागमन की रियायत दी गई। इसी आदेश का फायदा उठाते हुए चोरी छिपे ओवरलोड व अन्य ट्रकों को पास कराया जा रहा है। पचफेड़वा-अलीनगर मार्ग पर
खड़े हो रहे ट्रक
नो इंट्री खुलने की इंतजार में ट्रक अवैध नो इंट्री घोषित पचफेड़वा-अलीनगर मार्ग पर एक कतार में खड़े रहते हैं। इससे आवागमन प्रभावित होता है। इसी दौरान मौका ताक ट्रकों को पास करा दिया जाता है। बजाए कार्रवाई एआरटीओ प्रवर्तन कहते हैं कि आखिर ट्रक कहां खड़े होंगे। रुकने के लिए कोई मुफीद स्थान भी तो नहीं है। सूत्रों का कहना है कि सफेदपोश लोगों के हस्तक्षेप के चलते भी व्यवस्था बिगड़ रही है और कायदे से कार्रवाई नहीं हो पा रही। वर्जन..
धान क्रय और सड़क निर्माण कार्य में लगे ट्रकों को ही नो एंट्री में प्रवेश की रियायत दी गई है। इसकी आड़ में अन्य ट्रक भी पास हो रहे हैं तो यह गंभीर मामला है। लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी।
- हेमंत कुटियाल, एसपी चंदौली